केले की खेती के बारे में तो आपने बहुत देखा सुना होगा. केले के पेड़ भी देखे होंगे. लेकिन क्या 9 फुट लंबी केले की गेर देखी है. नहीं देखी होगी. लेकिन सीतामढ़ी का एक किसान ऐसे ही केले की खेती कर रहा है. उसके हर पेड़ में 7 से 9 फीट की केले की गेर लटक रही हैं. इसे देखने दूर दूर से लोग आते हैं. इस खेती से किसान सालाना 20 लाख रुपए कमा रहा है.

सीतामढ़ी जिले में रहने वाला यह किसान सुरेन्द्र सिंह पड़े पैमाने पर केले की खेती करता है. खास बात तो यह है कि वो 9 फीट तक का केला उगाता है. इतने लंबे केले की घवद शायद ही अपने देखी हो. वीडियो में आप देख सकते हैं.

केले की ये घवद किसान से भी दो- ढाई फीट ऊंची है. हालांकि केले की ये कौन सी वैरायटी है इसका नाम किसान भी नहीं जानता. किसान बताता है उसने केरल, कोलकाता, हाजीपुर समेत कई राज्यों से पौधे मंगाए थे. उन्हीं में से ये पौधा निकला.

सुरेंद्र सिंह कुशवाहा सीतामढ़ी के रतवाड़ा गांव के रहने वाले हैं. इस केले का नाम उन्होंने अपने आप ही कलशस्थानी रख दिया है. 6 से 9 फीट लंबी इस एक घवद में करीब 50 दर्जन से अधिक केले लगते हैं. किसान ने बताया इसे तैयार होने में 18 महीने का समय लगता है. इस खास केले की पैदावार फिलहाल तीन बीघा जमीन में हुई है.

इसके पौधे की लंबाई 13 फीट होती है. सुरेंद्र पूरे 6 बीघा में केले की खेती करते हैं जिसमें तीन बीघा ये और तीन बीघे में अलग-अलग किस्म के केले हो रहे हैं. बड़े केले वाली एक घवद की कीमत 1400 से लेकर 2हजार तक है. होलसेल रेट में प्रति दर्जन लेने पर 40 से 50 रूपए तक बेचते हैं.

एक साल में 20 लाख की कमाई इस केले के जड़ से निकलने वाले पौधे को भी 100 रुपए प्रति पीस बेचते हैं. सुरेंद्र ने जब केले की बागवानी शुरू की थी तो उस समय देश के अलग-अलग राज्यों से केले के पौधे लाए थे. उसी में यह सबसे बढ़िया निकल गया. सुरेन्द्र कहते हैं इतना लम्बा घवद देख मैं भी चौंक गया था. एक बीघे में करीब 80 हजार रुपये खर्च आता है और इससे चार लाख रुपए की कमाई हो जाती है. इस तरह साल के 20लाख से अधिक रुपए ये कमा लेते हैं.

INPUT : NEWS 18