बाबा अमरनाथ की तीर्थयात्रा 29 जून से शुरू होनी है। इसके महज 20 दिन पहले रियासी के शिवखोड़ी धाम के दर्शन कर रहे लौट श्रद्धालुओं पर आतंकी हमला (Terror Attack in Jammu) कोई सामान्य घटना नहीं है। जिस पैटर्न से इस वारदात को अंजाम दिया गया उसमें आतंकियों के किसी बड़े षड्यंत्र की बू आ रही है।

इस हमले ने सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं, जिससे सुरक्षा एजेंसियों के माथे पर बल ला दिया है। कुछ दिनों बाद अमरनाथ यात्रा शुरू होने वाली है, इसलिए इस तीर्थयात्रा की सुरक्षा की चुनौतियां भी बढ़ गई हैं। आशंका जताई जा रही है कि शिवखोड़ी (Shivkhori Attack) के श्रद्धालुओं को निशाना बनाकर आतंकियों ने अमरनाथ यात्रा पर भी इस तरह से हमले की साजिश का संकेत तो नहीं दिया है।

बस के खाई में गिरने के बाद भी बरसाईं गोलियां
क्योंकि आतंकियों ने पहले चालक को निशाना बनाकर गोलियां चलाईं, ताकि बस दुर्घटनाग्रस्त हो जाए जिससे अधिक से अधिक लोगों की मौत हो। इतना ही नहीं, बस के खाई में गिरने से पहले भी ताबड़तोड़ गोलियां भी बरसाईं।

रियासी आतंकी हमले ने उस आशंका को सही साबित कर दिया है, जिसमें कहा जा रहा है कि इस क्षेत्र में आतंकी सक्रिय हैं और जंगल में कहीं ठिकाना बना रखा है। इस हमले को किसी भी तरह से सामान्य नहीं कहा जा सकता।

इसे आतंकियों के किसी बड़े हमले को अंजाम देने के इशारे के तौर लिया जाना चाहिए। कुछ वर्ष पहले आतंकियों ने कटड़ा में स्टिकी बम का प्रयोग कर श्रद्धालुओं की बस पर हमला किया था। करीब दो वर्ष पहले ही सलाथिया चौक में आइईडी विस्फोट के बाद बसंतगढ़ मार्ग की दो बसों में सीरियल ब्लास्ट किए थे।‌

दोनों बसों में लगे बमों के टाइमर गलत सेट होने से बड़ा हादसा चल गया।28 अप्रैल को भूले नहीं हैं लोग
सीमा पार से ऊधमपुर जिले में घुसपैठ कर आए आतंकियों ने इसी वर्ष 28 अप्रैल को चोचरू गला में वीडीजी व एसपीओ के गश्ती दल पर हमला किया था।

इसमें एक वीडीजी बलिदान हो गया था। इस हमले के बाद आतंकी जंगल कहीं छिपे गए। हमले के कुछ दिनों बाद तक विभिन्न जगह आतंकी देखे भी जाते रहे, मगर इसके बाद से इनका कोई सुराग नहीं लगा।

जंगल क्षेत्र में 10 दिन से मौजूदगी दिखी
पिछले 10 दिनों से ऊधमपुर जिले के बसंतगढ़ के जंगल क्षेत्र में आतंकियों की मौजूदगी फिर से नजर आ रही है।सूत्रों के मुताबिक इस दौरान कदवा, रायचक्क खनेड़ और लोदरा क्षेत्र में आतंकी देखे गए हैं। इन इलाकों में आतंकी स्थानीय लोगों के पास खाना और राशन मांगने पहुंचे हैं। इसके अलावा कुछ जगह मोबाइल फोन चार्ज करने के लिए भी स्थानीय लोगों के पास जाने की सूचनाएं मिली हैं।

INPUT : JAGRAN