Site icon SITAMARHI LIVE

धरती का सबसे ‘अकेला’ घर, जहां दूर-दूर तक नहीं है कुछ भी, आखिर किसका है ये घर?

हममें से बहुत से लोग अक्सर अपनी दौड़भाग से भरी ज़िंदगी से तंग आकर सोचते हैं कि किसी ऐसी जगह चले जाएं, जहां सुकून ही सुकून हो. हालांकि शायद ही कोई ऐसी जगह को पसंद करेगा, जहां न तो कोई बातचीत करने के लिए हो, न ही आप किसी से मिलने-जुलने जा सकें.

आज हम आपको एक ऐसे ही घर के बारे में बताएंगे, जो बिल्कुल वीरान जगह पर बना हुआ है. शायद ही कोई होगा, जो इतने अलग-थलग माहौल में रहना चाहेगा, जहां महीनों तक कोई आता-जाता ही न हो. आज हम आपको एक ऐसे ही घर के बारे में बताएंगे, जिसे धरती का सबसे अकेला घर माना गया है.

डेली स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक ये घर एक सुदूर आइलैंड में है और इसे द्वीप समेत बेचा जा चुका है. आखिर दुनिया के एक छोर पर बने इस घर को खरीदा किसने और वो यहां क्या करता होगा?

नॉर्वे के पास मौजूद स्कालमेन नाम के आइलैंड पर एक ऐसा घर है, जिसे धरती का सबसे अकेला घर माना जा रहा है. यहां पर पहुंचने के लिए सिर्फ दो फेरीज़ हैं, जो 4 मील की बोट ट्रिप के बाद वहां पहुंचती हैं. इस जगह को पर्यटकों के लिए भी कई महीनों तक बंद रखा जाता है क्योंकि ये एक संरक्षित बर्ड रिज़र्व है.

यहां मौजूद लाइटहाउस पर 20 साल से किसी ने कदम तक नहीं रखा. पहले तो इसे ढहाया जाना था लेकिन बाद में इमारत को पहले बेचने के लिए मार्केट में रखा गया. 1906 में इस घर को बनाया गया था. इसे 37 लाख रुपये में आइलैंड को नीलामी के लिए रखा गया था, लेकिन इसके दोगुने दाम में करीब 90 लाख देकर इसे एक कपल ने खरीद लिया.

एंड्रियाज़ और मोना नाम के पति-पत्नी ने इसे खरीदा और वे यहां छुट्टियां मनाने के लिए आते हैं. हालांकि इस जगह की मरम्मत के लिए वे प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं. वे इस जगह को एक बार फिर टिप टॉप बनाना चाहते हैं, जहां वे भी आ सकें और पर्यटक भी.

INPUT : NEWS 18

Exit mobile version