बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में अगले वर्ष नये 12 कॉलेज खुलेंगे। इन कॉलेजों का प्रस्ताव सीनेट से राज्य सरकार के पास भेजा जायेगा। बिहार विवि में 20 दिसंबर को सीनेट कराने का प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है, इसे छुट्टी के बाद राजभवन भेज दिया जायेगा। बिहार विवि में सीनेट की तैयारी के लिए बजट बनाने का काम भी शुरू कर दिया गया है।

बिहार विवि में पिछले वर्ष 22 नये कॉलेजों के संबद्धन का प्रस्ताव सीनेट से पास कर सरकार को भेजा गया था। बिहार विवि के इंस्पेक्टर ऑफ कॉलेज प्रो. प्रमोद कुमार ने बताया कि 22 में से 18 कॉलेजों का प्रस्ताव पास होकर विवि के पास पहुंच गया है। इनमें इस वर्ष दाखिला भी होगा।

सीटें खाली और कॉलेजों की बरसात :
बिहार विवि में हर वर्ष 20 से 25 नये कॉलेजों के संबद्धन देने का प्रस्ताव सीनेट पास कर सरकार को भेजती है। इस वर्ष बिहार विवि में 109 कॉलेजों में स्नातक में दाखिला लिया जा रहा है। पूरे सूबे में बीआरए बिहार विवि में ही सबसे अधिक कॉलेज हैं, लेकिन कॉलेज बढ़ने के बाद भी हर वर्ष औसतन 50 हजार सीटें खाली रह जाती हैं। इस बार भी 75 हजार सीटें स्नातक में खाली हैं। पिछली बार 41 हजार सीटें खाली रह गई थीं।

नये कॉलेजों में छात्र नहीं दिख रहे रुचि :
बिहार विवि में नये खुल रहे कॉलेजों में छात्र रुचि नहीं दिखा रहे हैं। विवि से जुड़े कर्मचारियों ने बताया कि इस बार नये कॉलेजों में दस प्रतिशत भी दाखिला नहीं हुआ है। एक कॉलेज को दो हजार सीटों पर दाखिला लेने की अनुमति सरकार और विवि से मिलती है, लेकिन इन कॉलेजों में 100 सीटें ही भर पाई हैं। छात्रों की पहली पसंद अंगीभूत कॉलेज और पुराने संबद्ध कॉलेज हैं।

नये कॉलेजों के साथ शुरू होंगे कई पीजी कोर्स :
बिहार विवि में नये कॉलेजों के साथ कई कॉलेजों में पीजी की पढ़ाई भी शुरू होगी। सीनेट की बैठक में इसका भी प्रस्ताव रखा जायेगा। सीनेट में 64 प्रस्ताव पास कराये जाने हैं। इनमें नये कॉलेज से लेकर कॉलेजों में पीजी की पढ़ाई शामिल है। हालांकि सरकार के पास पहले से ही पांच कॉलेजों में पीजी की पढ़ाई का प्रस्ताव अटका हुआ है।

दाखिला लेने के लिए कर रहे फर्जी फोन :
कॉलेजों में सीट भरने के लिए छात्रों को फर्जी फोन करने का मामला भी सामने आया है। सीतामढ़ी के एक डिग्री कॉलेज के प्राचार्य ने बताया कि कुछ कॉलेज छात्रों को फोन कर बता रहे हैं कि छात्र का नाम उनके कॉलेज में आया है और वह आकर दाखिला ले लें। कुछ कॉलेज चौथी मेरिट लिस्ट जारी होने की भी अफवाह उड़ा रहे हैं जबकि विवि ने तीसरी मेरिट लिस्ट ही जारी की है। बिहार विवि के डीएसडब्ल्यू प्रो. अभय कुमार सिंह ने बताया कि गुमराह करने वाले कॉलेजों पर कार्रवाई की जायेगी।

INPUT : HINDUSTAN