छठ घाटों पर जिला प्रशासन और नगर निगम ने सभी जरूरी इंतजाम किये हैं. इसके बाद भी पूजा के सफल आयोजन के लिए आम लोगों का सहयोग जरूरी है. छठ घाटों पर आने वाले व्रती व अन्य श्रद्धालु गंगा नदी और तालाब में की गयी बैरिकेडिंग को पार नहीं करें, वहीं घाट पर आने वाले बच्चों के पॉकेट में फोन नंबर व घर का पता लिख कर रख दें.

ये तमाम बातें सोमवार को पटना प्रमंडल के आयुक्त संजय कुमार अग्रवाल ने कहीं. उन्होंने कहा है कि श्रद्धा, भक्ति और आस्था के इस महान पर्व को लोग खुशी से मनाएं लेकिन पर्व के अवसर पर सुरक्षित पूजा करें. पूरी सतर्कता सजगता एवं सावधानी से पूजा करें. घाटों पर तैनात दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी को गंगा तट के घाटों पर भीड़ प्रबंधन के लिए प्रभावी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. छठ घाटों तक आने-जाने वाले रास्ते को सुगम, सुरक्षित बनाये रखने तथा वाहनों की पार्किंग निर्धारित स्थलों पर ही कराने का निर्देश दिया है.

बता दें कि इस बार गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ने के बाद अब लगातार घटता जा रहा है. घाटों पर किसी भी तरह की अनहोनी को टालने के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम तैनात कर दी गई है. लेकिन लोगों से भी यह अपील की जा रही है कि वो बैरिकेडिंग को किसी भी कीमत पर पार ना करें. दरअसल, इस बार प्रशासन के सामने यह बड़ी चुनौती रही है कि डूबने की कोई घटना सामने नहीं आए उसके लिए तैयारी की जाए. गंगा में उतरते ही थोड़ी ही दूरी पर पानी गहरा है.