राजधानी समेत प्रदेश में बंगाल की खाड़ी से नमी लेकर आ रही पछुआ हवा के कारण शनिवार को मौसम के मिजाज में बदलाव देखने को मिला. राजधानी व इसके आसपास के अलावा गोपालगंज, चंपारण से सटे इलाकों में कुछ जगहों पर हल्की बूंदाबांदी व गरज के साथ छींटे पड़े.

राजधानी में दिन भर बादल छाए रहने से धूप भी ठीक से नहीं निकल पाई. कुछ जिलों में न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे रहने के कारण कनकनी के साथ लोगों को शीतलहर का अहसास हुआ. पूर्णिया में घना कोहरा छाया रहा, जबकि राजधानी में सुबह कोहरे के कारण sup2;श्यता कम रही.

मौसम विज्ञानी के अनुसार, मध्य व पश्चिमी उत्तरप्रदेश की ओर एक चक्रवातीय परिसंचरण का क्षेत्र बना है इसके कारण प्रदेश का मौसम अगले तीन दिनों तक प्रभावित रहेगा. कुछ जिलों में आंशिक बादल छाए रहने के साथ तापमान में कोई विशेष बदलाव नहीं होगा. वहीं, इसका प्रभाव कम होने के बाद पछुआ की गति में वृद्धि होते हीं प्रदेश कें ठंड में वृद्धि के आसार हैं.

मौसम विज्ञानी केंद्र के अनुसार, राजधानी समेत प्रदेश के 13 जिलों के गया, औरंगाबाद, रोहतास, सारण, मुजफ्फरपुर, वाल्मीकि नगर, जमुई, शेखपुरा, बेगूसराय, बांका, खगडिय़ा, सहरसा एवं पूर्णिया जिले के न्यूनतम तापमान में वृद्धि दर्ज की गई. वहीं, प्रदेश के 10 जिलों के सबौर, भागलपुर, कटिहार, किशनगंज, अररिया, फारबिसगंज, सुपौल, सीतामढ़ी, पूर्वी चंपारण, सिवान के न्यूनतम तापमान में आंशिक कमी दर्ज की गई.

मौसम विज्ञानी ने पूर्वानुमान में बताया कि प्रदेश में प्रतिचक्रवात के प्रभाव से न्यूनतम तापमान में आंशिक वृद्धि होगी. वहीं, 26 दिसंबर से तापमान में गिरावट आने के साथ ठंड में वृद्धि की संभावना है. प्रदेश में कम न्यूनतम तापमान बांका में दर्ज किया गया. यहां का न्यूनतम तापमान 8.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. वहीं, राजधानी का न्यूनतम तापमान में दो डिग्री की वृद्धि के साथ 12.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.

INPUT : INEXTLIVE