गुजरात के मोरबी में केबल ब्रिज टूटने से हुए दर्दनाक हादसा में मारे गए सैकडों लोगों की शांति के लिए सीतामढ़ी जिला युवा कांग्रेस के तत्वावधान में मंगलवार ललित आश्रम गांधी मैदान में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। कांग्रेसजनों ने मृत आत्मों की शांति हेतु दो मिनट का मौन रखकर नम आंखों से भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

हादसा से मर्माहत प्रदेश युवा कांग्रेस प्रवक्ता सह सीतामढ़ी जिलाध्यक्ष शम्स शाहनवाज ने कहा कि इस दुर्घटना ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह प्रदेश के विकास के गुजरात मॉडल का पोल खोल दिया है। ब्रिज की मरम्मत करने वाली एजेंसी का मालिक प्रधानमंत्री का करीबी बताया जाता है।

उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य है घड़ी बनाने वाली कंपनी को सिविल इंजीनियरिंग का काम दे दिया गया। रिनोवेशन के बाद महज पांच दिनों में इस ब्रिज का टूटना भारी भ्रष्टाचार और अनियमितता की ओर इशारा करता है। देश जानना चाहता है कि बिना नगर निगम की अनुमति, फिटनेस टेस्ट और लोड सर्टिफिकेट के बिना किसके इशारे पर ब्रिज चालू किया गया।

पूर्व मुख्य प्रवक्ता प्रमोद कुमार नील, सीताराम झा, रकटू प्रसाद, रितेश रमण सिंह, संजय कुमार बिररख, वीरेंद्र कुशवाहा, राजीव कुमार काजू, अफाक खान, बिरेंद्र राम, भगवान यादव आदि ने घटना पर सख्त नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि दोषी कंपनी का नाम एफआईआर में नहीं होना जाहिर करता है कि कंपनी के मालिक को बचाने का प्रयास शुरू हो गया है।

वक्ताओं ने कहा कि मामले की सुप्रीम कोर्ट के सीटिंग जज से जांच कराई जानी चाहिए। साथ ही पीड़ित परिवारों को एक करोड़ रुपए मुआवजा, आश्रितों को सरकारी नौकरी, घायलों का निशुल्क उच्च स्तरीय इलाज और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की गई।

श्रद्धांजलि सभा में राहुल, रमेश गुप्ता, अख्तर रजा खान, मुश्ताक सरवर, राजीव कुशवाहा, मो.गुलाब, तनवीर खान, बाबू नंदन राय, वैदेही शरण यादव, अरुण कुमार वर्मा, बिमलेश कुमार, राकेश कुमार पप्पू, महेश राम, मो. मोख्तार, संजय सिंह, मो. हसनैन आलम, श्याम दास आदि मुख्य रूप से मौजूद थे।

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