आज देशभर में दिवाली (Diwali 2018) का त्योहार मनाया जा रहा है. दिवाली के दिन महालक्ष्मी का पूजन होता है, चारों तरफ उनके स्वागत के लिए दीप प्रज्जवलित किए जाते है, रंगोली बनाई जाती है. इस दिन मां लक्ष्मी को खुश करने के लिए  तरह-तरह के उपाय किए जाते हैं. लेकिन दिवाली के दिन कुछ बातों को ध्यान में रखना बेहद जरूरी होता है, आइए जानें क्या…

मूर्तियों को एक निश्चित क्रम में रखें. बाएं से दाएं भगवान गणेश, लक्ष्मी जी, भगवान विष्णु, मां सरस्वती और मां काली की मूर्तियां रखें. इसके बाद लक्ष्मण जी, श्रीराम और मां सीता की मूर्ति रखें.

दिवाली पर अगर किसी को तोहफा देने जा रहे हैं तो लेदर की वस्तुओं का तोहफा ना दें. अगर आप किसी को गिफ्ट दे रहे हैं तो मिठाई जरूर शामिल करें.

लक्ष्मी की पूजा के समय तालियां नहीं बजानी चाहिए. आरती बहुत तेज आवाज में नहीं गाएं. कहा जाता है कि मां लक्ष्मी शोर से घृणा करती हैं.

लक्ष्मी मां की अकेले पूजा ना करें. भगवान विष्णु के बिना उनका पूजन अधूरा माना जाता है.

दिवाली की पूजा के बाद पूजा कक्ष को बिखरा हुआ ना छोड़ दें. पूरी रात एक दीया जलाए रखें और उसमें घी डालते रहें.
दिवाली पर कैंडल्स के बजाए ज्यादा से ज्यादा दीयों का इस्तेमाल करें.

दिवाली की पूरी रात घर के दक्षिण-पूर्वी कोने में घी या तेल का दीपक जलाएं. दीए को मां लक्ष्मी, भगवान गणेश, कुबेर देवता और भगवान इन्द्र के प्रतीक के तौर पर 4 के समूह में जलाना चाहिए.

ज्यादा से ज्यादा लाल रंग का प्रयोग करें. दिया, कैंडल्स, लाइट्स और लाल रंग के फूलों का इस्तेमाल करें. दिवाली पूजा की शुरुआत विघ्नकर्ता भगवान गणेश की पूजा के साथ करें.