बिहार के 12 जिलों में एइएस को लेकर बनाये गये वार्ड में डॉक्टर व स्वास्थ्यकर्मी ड्यूटी पर है या नहीं, इसकी निगरानी जीपीएस से की जायेगी. डॉक्टर व स्वास्थ्यकर्मियों के मोबाइल में लगा जीपीएस उनके लोकेशन की जानकारी देगा. बता दें कि एइएस प्रभावित जिले में डॉक्टरों की निगरानी के लिए जीपीएस से निगरानी करने का निर्णय लिया गया है.
जीपीएस के जरिये सुबह से रात तक जिन डॉक्टरों ड्यूटी एइएस वार्ड में लगा है, वह कितने बजे आते हैं, कितने बजे जाते हैं, इसके लिये उन्हें सेल्फी लेकर एप पर डालना है. ऐसे में जब भी वह सेल्फी लेकर एप पर अपना फोटो डालते हैं, उस वक्त का टाइम एप पर दर्ज होंगे.
सेल्फी वार्ड से कितने बजे ली गयी है, कितने बजे ड्यूटी पर आये हैं, कितने बजे ड्यूटी से गये हैं, इसकी निगरानी जीपीएस से की जायेगी. बता दें कि एइएस प्रभावित जिले में डॉक्टरों की निगरानी के लिए जीपीएस से निगरानी करने का निर्णय लिया गया है.
जीपीएस के जरिये सुबह से रात तक जिन डॉक्टरों ड्यूटी एइएस वार्ड में लगा है, वह कितने बजे आते हैं, कितने बजे जाते हैं, इसके लिये उन्हें सेल्फी लेकर एप पर डालना है. ऐ जब भी वह सेल्फी लेकर एप पर अपना फोटो डालते हैं, उस वक्त का टाइम एप पर दर्ज होंगे.
सेल्फी वार्ड से कितने बजे गयी है, कितने बजे ड्यूटी पर आये हैं, कितने बजे ड्यूटी से हैं, इसकी निगरानी जीपीएस से की जायेगी. अगर कोई नर्स व डॉक्टर समय पर ड्यूटी पर नहीं आते हैं या देरी से आते हैं तो उनका भी टाइम टेबल जीपीएस से लोकेट की जायेगी. जिला मुख्यालय से इस साल एइएस वार्ड में ड्यूटी करने वाले डॉक्टर व नर्स की निगरानी की जायेगी.
इन जिलों की निगरानी की जायेगी
जिला- डॉक्टर और नर्स की संख्या
• पूर्वी चंपारण – 19
•पश्चमी चंपारण- 27
•दरभंगा 20 –
•गोपालगंज 14 –
• मुजफ्फरपुर- 17
•पटना- 28
•समस्तीपुर 21 –
• सारण- 20
• शिवहर- 03
• सीतामढ़ी – 18
• सिवान- 20
•वैशाली – 19
INPUT : PRABHAT KHABAR