दिल्ली-एनसीआर समेत भारत के कई राज्यों में भूकंप के तेज झटके महसूस हुए हैं. भूकंप का केंद्र नेपाल में बताया गया है. नेपाल में रिक्टर पैमाने पर 5.4 तीव्रता का भूकंप आने के बाद शनिवार शाम दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. भूकंप शनिवार शाम करीब 7 बजकर 57 मिनट पर आया था. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार भूकंप का केंद्र नेपाल था. नई टिहरी, पिथौरागढ़, बागेश्वर, पौड़ी और अन्य शहरों सहित उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में भी झटके महसूस किए गए. दिल्ली और आसपास के इलाकों में भूकंप के बाद किसी के हताहत होने या नुकसान की खबर अभी तक नहीं आई है.

चार दिन के अंदर दूसरी बार आया भूकंप

एक हफ्ते से भी कम समय में यह दूसरा ऐसा झटका था. इससे पहले बुधवार, 9 नवंबर की तड़के नेपाल में 6.3 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसमें पड़ोसी देश में कम से कम छह लोगों की मौत हो गई थी. उस भूकंप के झटके दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र के कुछ हिस्सों में भी महसूस किए गए थे.

नेपाल में आया था 6.3 तीव्रता का भूकंप

नेपाल में बुधवार तड़के रिक्टर पैमाने पर 6.3 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. NCS ने कहा था कि भूकंप नेपाल में रात करीब 1:57 बजे 10 किलोमीटर की गहराई में आया था. भूकंप के झटके भारत की राजधानी नई दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों में भी महसूस किए गए थे. बुधवार का भूकंप 24 घंटे के भीतर नेपाल में दूसरा भूकंप था.

नेपाल में भारी तबाही मचा चुका है भूकंप

NCS के अनुसार, नेपाल ने भी मंगलवार की सुबह 4.5 तीव्रता का भूकंप देखा. इससे पहले 19 अक्टूबर को काठमांडू के पास 5.1 तीव्रता का भूकंप आया था. NCS के अनुसार, भूकंप काठमांडू से 53 किलोमीटर पूर्व में दोपहर करीब 2:52 बजे आया था. भूकंप की गहराई जमीन से 10 किमी नीचे थी. राष्ट्रीय भूकंप निगरानी और अनुसंधान केंद्र (एनईएमआरसी) के अनुसार, 31 जुलाई को काठमांडू में 147 किमी ईएसई पर खोतांग जिले के मार्टिम बिरता के आसपास सुबह 8.13 बजे 6 तीव्रता का भूकंप आया था. 2015 में, काठमांडू और पोखरा के बीच मध्य नेपाल में रिक्टर पैमाने पर 7.8 तीव्रता का उच्च तीव्रता वाला भूकंप आया था. इसमें 8,964 लोगों के मारे गए थे और करीब 22,000 लोग घायल हो गए थे.

Input:- Zee News