Sagar News: 12th की मार्कशीट में एक नंबर बढ़वाने के लिए मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के सागर (Sagar) के कक्षा 12वीं के स्टूडेंट शांतनु शुक्ला (Shantanu Shukla sagar) ने माध्यमिक शिक्षा मंडल (Board of Secondary Education, Madhya Pradesh) से लेकर हाईकोर्ट (mp High Court) तक लड़ाई लड़ी. 40 से ज्यादा पेशियां की. केस लड़ने में 15 हजार रुपये खर्च किए. 12वीं की बोर्ड परीक्षा में पहले उसे 74.8% मार्क्स आए थे. जिसके बाद छात्र ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया. कोर्ट ने सुनवाई करते हुए माध्यमिक शिक्षा मंडल को दोबारा मूल्यांकन करने के आदेश दिए. अब उसे एक नंबर की जगह 28 नंबर बढ़कर मिले हैं.

कक्षा 12वीं की मार्कशीट में एक नंबर बढ़वाने के लिए सागर के स्टूडेंट ने माध्यमिक शिक्षा मंडल से लेकर हाई कोर्ट तीन साल की लड़ाई लड़ी. छात्र ने मार्क्स बढ़वाने को लेकर तीन साल तक लड़ाई लड़ी और हार नहीं माना. जिसका परिणाम यह निकला कि युवा को एक नंबर की जगह 28 नंबर बढ़कर मिले. छात्र ने तीन साल में करीब 40 से ज्यादा पेशियां की और पंद्रह हजार खर्च किए.

सागर के परकोटा रहने वाले छात्र शांतनु शुक्ला ने 12 क्लास की पढ़ाई एक्सीलेंस स्कूल की थी. 2018 में एमपी बोर्ड 12वीं की परीक्षा में 74.8% अंक से पास की थी. जिसके बाद शांतनु को अपने आप पर पूरा भरोसा था कि मास्क 75 से 80 % के बीच में आएंगे. लेकिन एक नंबर कमा आने से वह 75 के पार नहीं जा सका और उसे सीएम की मेधावी योजना का लाभ भी नहीं मिल पाया. शांतनु के 28 नंबर पढ़ने से 81% अंक हो जाएंगे. जिससे उसे अब मेधावी छात्र योजना का लाभ मिलेगा. शांतनु अब मुख्यमंत्री मेधावी योजना के लिए फॉर्म भरेंगे. जिससे कि उन्हें लाभ मिलेगा. शांतनु के माता-पिता नहीं हैं. 2010 में पिता का देहांत हो गया था. वे चार बहनों के एकलौता भाई हैं.