प्यार में लोग कभी-कभी सारी हदें पार कर देते हैं। इसी प्यार में जीने-मरने की कसमें खाई जाती हैं, लेकिन कभी-कभी यही प्यार ऐसा धोखा देता है कि जिंदगी खत्म हो जाती है। श्रद्धा हत्याकांड के बाद पूरा देश दहल गया था, इसके बाद न जाने कितने मामले ऐसे आए जिसमें प्रेमी ने प्रेमिका को मौत के घाट उतार दिया। अब एक ऐसा ही मामला सामने आया सोनीपत से। मोनिका नाम की लड़की को उसके ही प्रेमी ने मौत के घाट उतार दिया।

गुमड़ गांव के सुनील ने झगड़ा होने पर अपनी प्रेमिका मोनिका को गोली मार दी, उसके बाद शव को दफना दिया था। पुलिस पूछताछ में पता चला है कि सुनील ने कनाडा पढ़ने गई रोहतक के गांव बालंद की मोनिका को वापिस बुला लिया था। मोनिका के भारत लौटकर आने की भनक घरवालों को नहीं थी।

क्या है मामला
सोनीपत की मोनिका को उसके प्रेमी ने ही मौत के घाट उतार दिया था। मोनिका के घर वालों को लगता था कि उनकी बेटी कनाडा में है, लेकिन सच्चाई इससे अलग थी। मोनिका के मौसेरे भाई ने बताया कि उसने अप्रैल में मोनिका से वीडियो कॉल पर बात की थी तब उसे पंखा चलता दिखाई दिया। उस समय कनाडा में कड़ाके की ठंड थी। उसने जब मोनिका से पंखा चलने के बारे में पूछा तो मोनिका ने फोन काट दिया और उसका नंबर भी ब्लैकलिस्ट में डाल दिया। इसके बाद भी घरवाले मोनिका के कनाडा में होने की ही बात मानकर उससे बात करते रहे। बाद में जब मोनिका ने घरवालों के फोन उठाने बंद किए तब उनमें शक पैदा हुआ।

गृह मंत्री से परिजनों ने की थी अपील
जब उन्होंने मोनिका की तलाश शुरू की तो उन्हें करीब पांच महीने बाद पता चला कि मोनिका को गुमड़ गांव सुनील अपने साथ रखे हुए है। इसके बाद मोनिका की मौसी ने सुनील के खिलाफ थाना गन्नौर में अपहरण का केस दर्ज करवा दिया था, लेकिन पुलिस की कार्रवाई से असंतुष्ट मोनिका के परिवार वालों ने गृहमंत्री अनिल विज के समक्ष कार्रवाई की गुहार लगाई तो मामले की जांच रोहतक आईजी को सौंप दी गई। रोहतक आईजी ने यह मामला भिवानी सीआईए-2 को ट्रांसफर कर दिया था।

कनाडा से आते ही मोनिका से की थी दूसरी शादी
मोनिका पांच जनवरी, 2022 को कनाडा बिजनेस मैनेजमेंट का कोर्स करने गई थी, लेकिन सुनील ने 22 जनवरी को ही कनाडा से उसे वापस भारत बुला लिया था। इसके बाद उन्होंने 29 जनवरी, 2022 को गाजियाबाद के आर्य समाज मंदिर में शादी कर ली थी। शादी के बाद 30 जनवरी को मोनिका फिर कनाडा चली गई थी, लेकिन सुनील ने उसे फिर भारत बुला लिया और कनाडा वापस जाने नहीं दिया। मोनिका के कनाडा आने-जाने का सारा खर्च सुनील ने ही उठाया था। वहीं सुनील पहले से ही शादीशुदा था, उसके दो बच्चे भी हैं।

ऐसे हुई थी मुलाकात
मोनिका गुमड़ गांव में अपनी मौसी के घर रहती थी। सुनील उसकी मौसी के घर दूध लेने आता था तब उसकी मुलाकात मोनिका से हुई थी। शुरुआत में उसने मोनिका को अपनी बहन माना और रक्षाबंधन पर उसने मोनिका से राखी भी बंधवाई थी, लेकिन बाद में दोनों की नजदीकियां बढ़ने लगी तो उन्होंने भाई-बहन के पवित्र रिश्ते को भुलाकर शादी भी कर ली।

सुनसान रास्ते में मारी थी गोली
सुनील मोनिका को अपने साथ ले गया और अलग-अलग स्थानों पर रहता रहा। कुछ दिनों बाद सुनील व मोनिका के बीच अनबन रहने लगी थी, जिसके चलते उनके बीच झगड़ा होने लगा था। जून में ही जब सुनील मोनिका को अपने साथ कार में बैठा कर गढ़ी झंझारा स्थित फार्म हाउस की तरफ जा रहा था तो रास्ते में उनका फिर किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया। इस पर सुनील ने तैश में आकर मोनिका की कार में ही अवैध पिस्तौल से दो गोली मारकर हत्या कर दी थी।

अगले दिन मजदूरों से खुदवाया था गड्ढा
मोनिका के हत्या करने के बाद उसी ही शाम को सुनील उसके शव को कार में ही लेकर फार्म हाउस पहुंचा गया था। जिसके बाद उसने मोनिका के शव को फार्म हाउस की जमीन में गड्ढा खोद कर उसमें दबाने की योजना बनाई, लेकिन अकेला वह गड्ढा खोदने में असमर्थ था। इस पर उसने मोनिका के शव को कार में छोड़ कर कार को कवर से पूरी तरह से ढक दिया।

अगली सुबह उसने मजदूरों को बुलाया और सेफ्टी टैंक का निर्माण करवाने की बात कह कर उनसे कई फीट गहरा गड्ढा खुदवा दिया। मजदूरों के चले जाने के बाद शाम के समय उसने मोनिका के शव को कार से निकाल कर उसे गड्ढे में दबा दिया। गड्ढे की मिट्टी को पूरी तरह से समतल करने के बाद सुनील ने उसमें घास भी लगवा दी, ताकि किसी को इस बारे में शक न हो।

मुजफ्फरनगर से हुई गिरफ्तारी
मामला भिवानी सीआईए-2 के पास पहुंचने के बाद से सीआईए पुलिस लगातार सुनील का पता लगाने का प्रयास कर रही थी। वारदात को अंजाम देने के बाद सुनील उर्फ शिल्ला लगातार फरार चल रहा था। आखिरकार सीआईए पुलिस ने दो अप्रैल को सुनील उर्फ शिल्ला को मुजफ्फरनगर से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में सुनील ने मोनिका की हत्या करने की बात कबूली थी।

सात आपराधिक मामले हैं दर्ज
सुनील आपराधिक प्रवृत्ति का है। गन्नौर थाने में उसके खिलाफ मारपीट, अवैध हथियार, जान से मारने का प्रयास के जैसे सात मुकदमे दर्ज हैं। आरोपित के पास एक लाइसेंसी पिस्तौल भी थी, लेकिन जून में ही वह खुद की लाइसेंसी पिस्तौल से अचानक गोली चलने से वह घायल हो गया था। इसके बाद उसकी लाइसेंसी पिस्तौल को पुलिस ने जब्त कर लिया था।

10 दिन का रिमांड लिया
भिवानी सीआईए-2 प्रभारी रविंद्र कुमार ने बताया कि पुलिस ने आरोपित सुनील उर्फ शिल्ला को अदालत में पेश कर 10 दिन के रिमांड पर लिया है। रिमांड अवधि के दौरान पुलिस सुनील से वारदात में प्रयुक्त अवैध हथियार व कार को भी बरामद करने का प्रयास करेगी। उन्होंने बताया कि पुलिस ने पोस्टमार्टम के दौरान मोनिका की खोपड़ी में गोली के सिक्के भी मिले हैं। पुलिस ने गड्ढे से बरामद हुए युवति के अवशेषों का डीएनए का सैंपल भी जांच के लिए भिजवा दिया है।