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IAS रंजीत कुमार सिंह को नहीं मिली क्लीन चिट, पेपर लीक वाले दिन लंबी-लंबी कॉल पर SIT की नजर

67वीं बीपीएससी पीटी परीक्षा पेपर लीक मामले में एसआईटी की जांच तेज है. इस मामले में हर दिन चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. हमने अब तक कई खुलासे किए हैं. आईएएस रंजीत कुमार सिंह (IAS Ranjit Kumar Singh) का नंबर ईओयू की एफआईआर रिपोर्ट में दर्ज है ये बात हमने ही पाठकों को सबसे पहले बताई थी.

यह भी बताया था कि गिरफ्तार किए गए उनके दोस्त और आईएएस रंजीत कुमार में पेपर लीक के दिन दस बार बातचीत हुई थी. एक और बड़ी खबर जान लें कि आईएएस रंजीत कुमार सिंह पर एसआईटी की नजर है.

एबीपी न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक जिस दिन पेपर लीक हुआ था उस दिन रंजीत कुमार सिंह ने अपने दोस्त और इस मामले में गिरफ्तार किए गए शख्स कृष्ण मोहन सिंह से दस बार कॉल पर बात की थी. पांच बार फोन उनके दोस्त ने किया था और पांच बार आईएएस ने किया था.

रिपोर्ट के मुताबिक कोई कॉल 9 मिनट तो कोई 12 या 15 मिनट का है. यह सारी जानकारी ईओयू के विश्वसनीय सूत्रों के हवाले से एबीपी न्यूज को मिली थी. मंगलवार को ईओयू की टीम की ओर से यह साफ किया गया कि रंजीत कुमार सिंह जांच के दायरे में हैं.

ईओयू के सूत्रों ने एबीपी न्यूज को बताया कि आईएएस अधिकारी रंजीत कुमार सिंह को अभी क्लीन चिट नहीं दिया गया है. कहा कि अभी तक कोई ठोस सबूत नहीं है. हालांकि इस सवाल पर जारी है कि जिस दिन पेपर लीक हुआ उस दिन कृष्ण मोहन सिंह और आईएएस अधिकारी के बीच 10 बार फोन पर बातचीत क्यों हुई थी? बातचीत की टाइमिंग लंबी है. पांच बार फोन आना और पांच बार जाना ये सवाल खड़े करता है. ईओयू ने कहा कि अभी इस मामले में कई लोगों की गिरफ्तारी होगी. एसआईटी की जांच जारी है.

Input : ABP News.

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