पटना में डीजल वाले ऑटो के परिचालन पर रोक लगा हुआ है। इसके बावजूद लोग बाज नहीं आ रहे और डीजल ऑटो चला रहे हैं। लेकिन अब ऐसा करने वालों की खैर नहीं होगी। रोक के बावजूद डीजल ऑटो चलाने वालों पर परिवहन विभाग ने बड़ी कार्रवाई करने का फैसला किया है। आरटीए ने उन्हें नोटिस भेजकर कहा है कि एक हफ्ते के भीतर ऑटो को सीएनजी में कन्वर्ट करा लें। अगर ऐसा नहीं करते हैं तो परमिट रद्द कर दिया जाएगा। वहीं, सीएनजी में कन्वर्ट कराने पर सरकार की ओर से मिलने वाली सब्सिडी भी अब नहीं मिलेगी। आपको बता दें कि जिन लोगों ने 31 मार्च 2022 तक डीजल ऑटो को सीएनजी में कन्वर्ट कराया है केवल उन्हीं को सब्सिडी मिल पाएगी।

बिहार एंड झारखंड के नीलिमा विराट इंडस्ट्रीज के एमडी विराट गौरव की मानें तो डीजल ऑटो को सीएनजी में कन्वर्ट कराने से ऑटो मालिक सीधे दो लाख रुपए बचा पाएंगे। अगर वे नया सीएनजी ऑटो लेंगे तो उन्हें ढाई से साढ़े तीन लाख रुपए का खर्च आना तय है। अगर ईएमआई पर लेते हैं तो पांच साल ब्याज देना पड़ेगा। ऐसे में एक लाख से कम में ही सीएनजी किट लगावा कर फिर ऑटो को नया कर सकते हैं।

बता दें कि, सीएनजी किट पर दो साल की गारंटी दी गई है। राजेंद्रनगर में हैंडलूम भवन में सीएनजी किट लगाई जा रही है। अभी तक की बात करें तो 500 से ज्यादा डीजल कार और एक हजार से अधिक डीजल ऑटो ऐसे हैं, जिनमें सीएनजी किट लगाया जा चूका है।