मौसम में बढ़ रही गर्मी व तपीश से लोग परेशान होने लगे हैं। अगले तीन दिनों तक उमस से राहत की संभावना नहीं है। इस दौरान पछुआ हवा की गति भी 13.5 किमी तक रहने की संभावना है। बुधवार की सुबह 6 बजे ही सूर्य की रोशनी में तपीश दिखने लगा तथा तापमान बढ़कर 31 डिग्री हो गया।

9 बजे तक धूप की कड़क 36 डिग्री तक बढ़ गई वहीं इस दौरान गर्म पछुआ हवा की गति भी बढ़ने लगी। लोगो को घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो गया। दस बजे से लेकर चार बजे तक तापमान 40 डिग्री तक पहुंच गया। मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि अगले तीन दिनों तक आसमान में संध्या पहर धूलकण के कारण हल्का धुंध नजर आएगा, लेकिन मौसम में तपीश बरकरार रहेगा।

आद्रता का प्रतिशत सामान्य से 20 प्रतिशत घटकर सुबह में 38 व शाम में 12 तक पहुंच गई। इसके कारण उमस से परेशानी बढ़ी रहेगी। अभी बारिश की संभावना नहीं है। दोपहर से शाम तक गर्म पछुआ हवा चलेगी और मौसम शुष्क बना रहेगा सतर्कता बरते लोग, धूप में निकलने से करें परहेजः मौसम के तापमान में बढ़ोतरी के साथ ही गर्मी व उमस परवान पर है।

ऐसे मौसम में लोगों को विशेषकर बच्चे, बुर्जुग व पुरानी बिमारी से पीड़ित लोगों को विशेष सतर्क रहने की जरूरत है। अस्पताल से लेकर निजी क्लीनिक तक मरीजों की संख्या में बढ़ोत्तरी देखी जा रही है। डॉ. ए के सिंह ने बताया कि ऐसे मौसम में सभी लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है।

मौसम में बढ़ रही गर्मी व तपीश से लोग परेशान होने लगे हैं। अगले तीन दिनों तक उमस से राहत की संभावना नहीं है। इस दौरान पछुआ हवा की गति भी 13.5 किमी तक रहने की संभावना है। बुधवार की सुबह 6 बजे ही सूर्य की रोशनी में तपीश दिखने लगा तथा तापमान बढ़कर 31 डिग्री हो गया। 9 बजे तक धूप की कड़क 36 डिग्री तक बढ़ गई वहीं इस दौरान गर्म पछुआ हवा की गति भी बढ़ने लगी।

लोगो को घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो गया। दस बजे से लेकर चार बजे तक तापमान 40 डिग्री तक पहुंच गया। मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि अगले तीन दिनों तक आसमान में संध्या पहर धूलकण के कारण हल्का धुंध नजर आएगा, लेकिन मौसम में तपीश बरकरार रहेगा। आद्रता का प्रतिशत सामान्य से 20 प्रतिशत घटकर सुबह में 38 व शाम में 12 तक पहुंच गई।

इसके कारण उमस से परेशानी बढ़ी रहेगी। अभी बारिश की संभावना नहीं है। दोपहर से शाम तक गर्म पछुआ हवा चलेगी और मौसम शुष्क बना रहेगा सतर्कता बरते लोग, धूप में निकलने से करें परहेजः मौसम के तापमान में बढ़ोतरी के साथ ही गर्मी व उमस परवान पर है।

ऐसे मौसम में लोगों को विशेषकर बच्चे, बुर्जुग व पुरानी बिमारी से पीड़ित लोगों को विशेष सतर्क रहने की जरूरत है। अस्पताल से लेकर निजी क्लीनिक तक मरीजों की संख्या में बढ़ोत्तरी देखी जा रही है। ऐसे मौसम में सभी लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है।

INPUT : BHASKAR