सीतामढ़ी के इंजीनियरिंग कॉलेज में छात्र के आत्महत्या करने की कोशिश का मामला सामने आया है। हालांकि पंखे की पट्टी टूटने के कारण उसकी जान बच गई है। फिलहाल उसका इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है। घटना मंगलवार शाम की बताई जा रही है।

छात्र मुजफ्फरपुर जिला के शिवाईपट्टी वार्ड नंबर 4 के निवासी लालदेव कुंवर का 19 साल का बेटा हेमंत कुमार है। छात्र के दोस्त ने बताया कि हेमंत इलेक्ट्रॉनिक डिपार्टमेंट का छात्र है। वह हॉस्टल में रहकर ही पढ़ाई करता है।

उसके प्राइवेट पार्ट्स में कुछ परेशानी हो गई थी और उसका इलाज चल रहा था। इसको लेकर लगातार मेडिकल जांच के लिए वह बाहर जाता था। इसके कारण क्लास नहीं कर पाता था। वहीं जब परीक्षा का समय आया तो उसका तीन प्रतिशत अटेंडेंस कम था।

इसको देखते हुए कॉलेज प्रशासन ने पांचवें सेमेस्टर का फॉर्म नहीं भरने दिया। जबकि उसने अपना मेडिकल रिपोर्ट भी दिखाया। इसके बावजूद किसी ने कुछ नहीं सुना और वह इससे परेशान हो रहने लगा। मंगलवार को उसने अपने रूम का दरवाजा बंद कर लिया और सभी दोस्तों को बाहर निकाल दिया।

सब ने गुस्सा देखकर थोड़ी देर अकेले छोड़ने को कहा। जब कुछ देर बीत गया तो उसके परिजनों ने मुझे कॉल किया और बात कराने को कहा। जब उसके रूम दुबारा गए तो उसने गुस्से में रूम को अंदर से बंद कर लिया। उसकी यह हरकत ठीक नहीं लगी तो बाकी लोगों के बुलाया गया।

जब तक दरवाजा तोड़कर अंदर गए तो देखा कि उसने पंखे से फांसी लगाकर आत्महत्या करने की कोशिश की थी। पंखा टूटने के कारण वह नीचे गिर गया था और उसकी जान बच गई। जब कुछ देर बीत गया तो उसके परिजनों ने मुझे कॉल किया और बात कराने को कहा।

जब उसके रूम दुबारा गए तो उसने गुस्से में रूम को अंदर से बंद कर लिया। उसकी यह हरकत ठीक नहीं लगी तो बाकी लोगों के बुलाया गया। जब तक दरवाजा तोड़कर अंदर गए तो देखा कि उसने पंखे से फांसी लगाकर आत्महत्या करने की कोशिश की थी। पंखा टूटने के कारण वह नीचे गिर गया था और उसकी जान बच गई।

वहीं अन्य लोगों ने कहा कि उसका एचओडी इरशाद आलम उसको प्रताड़ित करता था। इससे भी वह परेशान रहता था। इस संबंध में एचओडी इरशाद आलम से बात करने की कोशिश की गई लेकिन बात नहीं हो सकी। इसके साथ ही कॉलेज के मीडिया प्रभारी से भी बात करने की कोशिश की गई लेकिन नहीं हो सकी।

INPUT : BHASKAR