बिहार में पंचायत चुनाव के सातवें चरण के लिए सर्वाधिक 62.14 फीसदी मतदान हुआ। इसमें 58.70 फीसदी पुरुष मतदाता एवं 65.58 फीसदी महिला मतदाताओं ने वोट डाले। इसके पूर्व के सभी चरणों में इससे कम मतदान हुआ था। इनमें छठे चरण के पंचायत चुनाव में अधिकतम 61.07 फीसदी मतदान हुआ था। सोमवार को इस चरण के लिए 37 जिलों के 63 प्रखंडों की 904 पंचायतों में 12,786 बूथों पर मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। मतदान के दौरान 575 ईवीएम को तकनीकी खराबी के कारण बदला गया। राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार छिटपुट घटनाओं को छोड़कर मतदान शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ। पहले से चौथे चरण तक के पंचायत चुनाव में 60 फीसदी से कम मतदान हुआ था। 

राज्य निर्वाचन आयोग के आयुक्त डॉ. दीपक प्रसाद ने मतदान के बाद आयोग परिसर में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि मतदान के दौरान बायोमेट्रिक जांच में 18 हजार 32 फर्जी मतदाताओं को वोट देने से रोका गया। इनमें सर्वाधिक 9058 मतदाताओं का बायोमेट्रिक डाटा का मिलान नहीं हुआ, जबकि 3743 मतदाता दूसरी बार मतदान के लिए आए थे। 1025 मतदाताओं को गलत आधार नंबर देने के कारण मतदान से रोका गया। प्रेस कॉफ्रेंस में आयोग के सचिव मुकेश कुमार सिन्हा व अन्य पदाधिकारी मौजूद थे। 

दो निर्वाचन क्षेत्रों में पुनर्मतदान

आयोग के अनुसार दो निर्वाचन क्षेत्रों के तीन बूथों पर पुनर्मतदान होगा। सारण के जलालपुर के समहौता पंचायत में मतदान केंद्र संख्या 102 और जलालपुर के ही रेवाड़ी पंचायत स्थित बूथ संख्या 117 एवं 118 में पुनर्मतदान कराया जाएगा। वहीं, पांच जिलों के पांच निर्वाचन क्षेत्रों में उम्मीदवार की मृत्यु के कारण मतदान को लेकर अलग से तिथि घोषित की जाएगी। इनमें कैमूर के भगवानपुर के पहड़ियां पंचायत में मुखिया पद, पूर्वी चंपारण के मेहसी के उझीलपुर स्थित निर्वाचन क्षेत्र संख्या – 3 में मुखिया पद, पूर्णियां के कसबा के संझेली पंचायत स्थित निर्वाचन क्षेत्र संख्या-7 में पंचायत सदस्य पद, पश्चिमी चंपारण के मैनाटांड के इनरवा पंचायत में निर्वाचन क्षेत्र संख्या-7 में पंचायत समिति सदस्य पद और वैशाली के गोरौल के सोंधो दुल्लह पंचायत के वार्ड संख्या-9 में पंचायत सदस्य पद के लिए चुनाव होगा। 

सातवें चरण के पंचायत चुनाव के मतदान के दौरान 231 व्यक्तियों को विधि व्यवस्था बनाए रखने के क्रम में गिरफ्तार किया गया। वहीं, 31 वाहनों को भी जब्त किया गया। राज्य में इस चरण के चुनाव को लेकर 16,891 पुलिस पदाधिकारियों व 67,562 पुलिस बल की तैनाती की गयी थी। मतदान को लेकर 85,178 मतदान पदाधिकारियों की तैनाती की गयी थी। 

397 बूथों से लाइव वेबकास्टिंग

आयोग के अनुसार सातवें चरण के मतदान के दौरान 397 बूथों से लाइव वेबकास्टिंग की गयी ताकि गड़बड़ी की स्थिति में आवश्यक कार्रवाई की जा सके। इसकी निगरानी प्रखंड, जिला एवं आयोग के स्तर पर गठित कंट्रोल रूम में की गयी। 

राज्यस्तरीय कंट्रोल रूम में 29 शिकायतें मिली

मतदान के दौरान आयोग मुख्यालय में बनाए गए राज्यस्तरीय कंट्रोल रूम में 29 शिकायतें प्राप्त हुई। इनमें सर्वाधिक सात ईवीएम की खराबी को लेकर, जबकि तीन मतदान केंद्र पर मारपीट व हंगामा, मुखिया द्वारा मतदान प्रभावित करने को लेकर दो, बोगस वोटिंग को लेकर दो, वोट देने में प्रत्याशी द्वारा धांधली किए जाने को लेकर दो, बूथ कब्जा को लेकर तीन शिकायतें प्राप्त हुई, जिस पर आयोग ने त्वरित कार्रवाई की।