बिहार बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षा देने वाले लाखों छात्रों के लिए यह बड़ी खबर है. अगर आप परीक्षा केंद्र पर जूता मोजा पहन कर जाने की सोच रहे हैं तो रुक जाइए. बिहार बोर्ड परीक्षा समिति ने यह निर्देश दिया है कि परीक्षा केंद्र पर चप्पल पहन कर ही आए. बिहार बोर्ड ने जूता पहन कर परीक्षा देने पर पाबंदी लगा दी है. परीक्षा केंदों पर परीक्षार्थियों को सिर्फ चप्पल पहनकर ही प्रवेश मिलेगा. परीक्षा को कदाचार मुक्त बनाने के लिए इस तरह का निर्णय लिया गया है. आपको बता दें कि इंटर की परीक्षा एक से 11 फरवरी तक होगी, तो वहीं मैट्रिक की परीक्षा 14 से 22 फरवरी तक ली जायेगी.

खाली पांव देना पड़ सकता है परीक्षा
अगर परीक्षा केंद्र पर जूता मोजा पहन कर जाते हैं तो इंट्री नहीं मिलेगी. इसके लिए आपको चप्पल पहन कर जाना होगा. बोर्ड द्वारा इसकी जानकारी सभी केंद्राधीक्षकों, जिलाधिकारी, डीईओ और डीपीओ दी गई है. बोर्ड के अनुसार, जो भी परीक्षार्थी जूता-मोजा पहनकर परीक्षा देने आते हैं तो केंद्र के बाहर ही उन्हें जूता-मोजा खोलना होगा. ऐसे छात्र खाली पांव ही बैठकर बोर्ड परीक्षा में शामिल होंगे.

परीक्षा शुरू होने के दस मिनट पहले तक मिलेगा प्रवेश
बिहार बोर्ड के अनुसार, परीक्षा के दोनों पालियों में परीक्षा शुरू होने के दस मिनट पहले तक प्रवेश मिलेगा. प्रथम पाली की परीक्षा सुबह 9.30 बजे से शुरू होगी. इसके लिए 9.20 तक प्रवेश मिलेगा. वहीं द्वितीय पाली की परीक्षा दोपहर 1.45 बजे शुरू होगी, इसके लिए 1.35 बजे तक प्रवेश मिलेगा. इसके बाद आने वाले परीक्षार्थी को प्रवेश नहीं दिया जायेगा. सभी परीक्षार्थियों को परीक्षा शुरू होने के आधे घंटे पहले पहुंचने का निर्देश बोर्ड ने जारी किया है. बोर्ड का कहना है कि आधे घटे पहले पहुंच कर अपनी सीट पर बैठ जाएं और कदाचार मुक्त परीक्षा में सहयोग करें.

पिछले साल मिला था जूता पहन कर आने का आदेश
आपको बता दें कि पिछले कई वर्षों से फरवरी माह के पहले सप्ताह तक काफी ठंड होती थी. ऐसे में इंटर और मैट्रिक परीक्षा में बोर्ड द्वारा जूता मोजा पहनकर परीक्षा में बैठने की अनुमति दी जाती थी, लेकीन इस बार ठंड कम है तो बोर्ड ने जूता मोजा पहनने पर रोक लगा दी. मैट्रिक और इंटर की वार्षिक परीक्षा में लाखों छात्र शामिल होते हैं.

Input: – News 18