बिहार में मॉनसून की सक्रियता बढ़ने के साथ ही लोगों को गर्मी से राहत मिलने लगी, लेकिन बारिश के साथ हुए वज्रपात से आज कई परिवार उजड़ गए और अलग-अलग जिलों में 16 लोगों की जान चली गई.

आपदा प्रबंधन विभाग के जारी आंकड़ों के मुताबिक अररिया में 2, पश्चिमी चंपारण में 2, पूर्वी चंपारण में 4, बांका में 1, मुजफ्फरपुर में 1, सारण में 3 और भोजपुर में भी 3 लोगों की मौत ठनका गिरने से हो गई.

सबसे ज्यादा मौत पूर्वी चंपारण में हुई है. इन मौतों पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शोक जताया है, साथ ही सभी मृतक के परिजनों के लिए 4-4 लाख रुपये आपदा कोष से मुआवजे का भी एलान किया है.

बता दें कि कल ही मौसम विभाग ने राज्य के सभी 38 जिलों के लिए आंधी, गरज, वज्रपात के साथ मध्यम से भारी बारिश को लेकर 48 घंटे का अलर्ट जारी किया था. मौसम विभाग ने लोगों से अपील की थी कि पूरी तरह से सतर्कता बरतें.

खुले में न रहें. पेड़ के नीचे और बिजली के खम्भों से दूर रहें. किसान किसी भी हालत में खेतों में नहीं रहें. इसके बावजूद 16 लोगों की जिंदगी आज प्राकृतिक आपदा ने लील ली. मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, अगले 24 घंटे अभी और अलर्ट रहना होगा क्योंकि अभी मॉनसून सक्रिय है. ऐसे में वज्रपात के साथ राज्यभर में भारी बारिश की आशंका बनी है.

हालाकि आपदा प्रबंधन का कंट्रोल रूम 24 घंटे अभी काम कर रहा है क्योंकि बारिश की वजह से कई जिलों में नदियां उफान पर हैं और बाढ़ का खतरा भी मंडरा रहा है. ऐसे में जिला प्रशासन के लिए भी बड़ी चुनौती है कि बढ़ते जलस्तर के खतरा को देखते हुए लोगों को सुरक्षित रखने में कामयाब हो.

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