पटना के तर्ज पर राज्य के अन्य सभी शहरों मे शराब के खिलाफ बिहार पुलिस व्यापक स्तर पर अभियान चलायेगी. सभी शहरों के अलावा तमाम पर्यटन स्थलों पर मौजूद होटलों, रेस्टोरेंट और ढाबों में शराब के खिलाफ अभियान चलाने के निर्देश सभी जिलों को दिये गये हैं.

सभी जिलों को कहा गया है कि वे अपने-अपने शहरों मे समुचित कार्य योजना तैयार करके सघन जांच अभियान शुरू करे. झारखंड, पश्चिम बंगाल और यूपी की सीमा से जुड़े इलाकों के थानों को खासतौर से शराब की तस्करी के साथ ही चोरी छिपे इनके उपयोग को लेकर भी पूरी तरह से चौकसी बरतने के लिए कहा गया है.

इस बार सभी जिलों को इस बात की खासतौर से हिदायत दी गयी है कि शराब की बिक्री और तस्करी को लेकर इंटिलजेंस जुटाने पर फोकस करे. किसी होटल या ऐसे किसी स्थान पर रेड करने से पहले इंटिलजेंस के आधार पर शराब की मौजूदगी को लेकर पुख्ता कर लें. इसके अलावा नये-नये स्थानों और इलाकों से जुड़ी खुफिया जानकारी भी ज्यादा से ज्यादा जुटाएं, ताकि शराब की तस्करी और गलत उपयोग पर पूरी तरह से नकेल लगायी जा सके.

शादी- विवाह के सीजन मे शराब को लेकर ज्यादा सजगता बरतने के लिए कहा गया है. सभी एसपी को यह भी निर्देश दिया गया है कि शराबबंदी कानून मे लापरवाही बरतने या माफियाओ के साथ मिलीभगत या नरमी बरतने वाले वाले सभी स्तर के पुलिसकर्मियों की पहचान कर उन पर तुरंत कार्रवाई करे और इसकी सूची पुलिस मुख्यालय को भी भेजे.

एडीजी(मुख्यालय) जितेंद्र सिंह गंगवार का कहना है कि सभी जिलों को शराब के कारोबार, बिक्री एवं सेवन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिये गये हैं. शराब के खिलाफ सभी शहरों में सघन छापेमारी अभियान चलाने के लिए खासतौर से कहा गया है.

पटना मे सोमवार को राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज के निरीक्षण के बाद सीएम नीतीश कुमार ने पत्रकारों से कहा कि शराबबंदी को लेकर पूरे बिहार मे फिर से अभियान चलाया जायेगा. हमलोग खुद विभिन्न जगहों पर जाकर लोगो को शराबबंदी के लिए जागरूक करेंगे. इससे लोगों में शराबबंदी के लिए और जागरूकता आयेगी. 26 नवंबर को शराबबंदी को लेकर फिर एक बार शपथ ली जायेगी.