तीन महीने बाद फिर 19 नवंबर से शहनाई बजेगी। बैंड बाजा बजेगा और बारात सजेगी। 15 नवंबर को कार्तिक शुक्ल देवोत्थान एकादशी को भगवान नारायण निंद्रा से जागृत होंगे, तब से विवाह का मांगलिक कार्य शुरू होगा। विवाह, सगाई और लग्न के इस साल दो महीने में अधिक मुहूर्त देखने को मिल रहे हैं।

नवंबर में विवाह के लिए 9 शुभ दिन और दिसंबर में छह शुभ दिन हैं। बनारस पंचांग के अनुसार विवाह का मुहूर्त नवंबर में 19, 20, 21, 22, 26, 27, 28, 29, 30 को है। दिसंबर में 1, 5, 7, 11, 12, 13 को है। मिथिला पंचांग के अनुसार मुहूर्त नवंबर में 21, 22, 29 को और दिसंबर में 1, 2, 5, 6, 8, 9, 13 को है। 

शादियों के लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं। कोरोना गाइडलाइन में छूट मिलने के बाद से मैरिज हॉल और होटल बुक हो गए हैं। 14 दिसंबर से खरमास या मलमास शुरू हो जाएगा, जो अगले साल मकर संक्रांति तक रहेगा, इस दौरान एक बार फिर शुभ कार्यों पर रोक लग जाएगी। हालांकि 14 जनवरी से फिर विवाह का मुहूर्त शुरू हो जाएगा।