corona

 माडर्ना (Moderna) ने यूरोपीयन यूनियन के दवा नियामक (EMA) के पास 6-11 साल के बच्‍चों के लिए अपने कोरोना वैक्‍सीन की मंजूरी के लिए आवेदन किया है। बच्‍चों के लिए इसने चार सप्‍ताह के अंतराल पर 50 माइक्रोग्राम खुराक का सुझाव दिया है जो बुजुर्गों और व्‍यस्‍कों के लिए 100 माइक्रोग्राम है।

माडर्ना चीफ एक्‍जीक्‍यूटीव स्‍टीफन बानसेल (Stephane Bancel) ने कहा, ‘हमें इस बात का एलान करते हुए खुशी हो रही है।

यूरोप में 12 साल और उससे अधिक उम्र वालों के लिए कोरोना वैक्‍सीन माडर्ना को मंजूरी मिल गई है। लेकिन फ्रांस समेत अनेकों देशों को 30 साल से कम उम्र के लोगों पर इस वैक्‍सीन के इस्‍तेमाल को लेकर अलर्ट किया गया। दरअसल इस वैक्‍सीन के कारण होने वाले साइड इफेक्‍ट जैसे मायोकार्डिटिसि ( myocarditis) आदि जोखिम बताए गए हैं।

पिछले माह माडर्ना इंक ने दावा किया था कि इसकी वैक्सीन 6 से 11 साल के बच्चों के लिए उचित है। इसका कहना है कि माडर्ना की खुराक लेने के बाद बच्चों का इम्यून सिस्टम और मजबूत होता है। माडर्ना ने कहा कि इसके दो डोज वाली वैक्सीन लेने के बाद बच्चों में कोरोना वायरस को खत्म करने वाले एंटीबडीज बन जाएंगे। इसने अंतरिम डाटा का हवाला दिया। माडर्ना ने एक रिलीज में बताया है कि रिसर्चरों ने 6-11 साल के बच्चों को एक महीने के अंतराल में वैक्सीन के दो शॉट दिए। इसमें व्यस्कों को दी जा रही खुराक का आधा बच्चों को दिया गया। इसके नतीजे में देखा गया कि जिस तरह वैक्सीन लेने बाद व्यस्कों में एंटीबडीज बने वैसे ही बच्चों के शरीर में भी इसका रेस्पांस था।

18 साल से अधिक उम्र वालों के लिए माडर्ना को मान्यता मिल चुकी है और इसकी खुराकें लगाई जा रही है। अब इसे बच्चों के लिए दिए गए आवेदन पर मंजूरी मिलने का इंतजार है। जून में इसने 12 से 17 साल के बच्चों व किशोरों के लिए इस्तेमाल को लेकर आवेदन दिया था। यह अपने प्रतिद्वंद्वी फाइजर इंक (Pfizer Inc) और बायोएनटेकएसइ (BioNTech SE) से इस मामले में पीछे रह गया। मई में ही इन दोनों को बच्चों के लिए इस्तेमाल की इजाजत मिल गई थी।

input : dainik jagarn