बजट में रेलवे की नई योजनाओं के लिए 75000 करोड़ रुपये का फंड का ऐलान किया है. बजट भाषण के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस भी शुरू हो गई है. कॉन्फ्रेंस में बजट के बाद वित्त मंत्री मीडिया के जरिए बजट के अहम बिंदुओं पर प्रकाश डालने का काम कर रही हैं.

प्रेस कॉन्फ्रेंस में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि अब तक वंदे भारत एक्सप्रेस चेन्नई की इंटीग्रल कोच फैक्ट्री यानी आइसीएफ में ही तैयार हुए हैं. लेकिन अब लक्ष्य को पूरा करने के लिए दूसरी कोच फैक्ट्रियों में भी वंदे भारत एक्सप्रेस के कोच तैयार होंगे.

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज 1 फरवरी को संसद में बजट सत्र के दूसरे दिन बजट भाषण दिया. इस भाषण में सरकार ने रेलवे के लिए 2.4 लाख करोड़ का बजट आवंटित किया है.रेल मंत्री ने कहा कि अमृत भारत स्कीम में बड़े स्टेशन सहित कुल 1275 स्टेशन का री-डेवलप किया जाएगा.

बिजली के लिए अल्ट्रा मेगा सोलर प्लांट व पहाड़ी इलाकों में एनर्जी कॉरिडोर बनाए जाएंगे. हाइड्रोजन ट्रेन (Hydrogen Train) 1950-60 दशक के ट्रेनों को रिप्लेस करेंगी. कॉन्फ्रेंस में रेल मंत्री ने कहा कि हाइड्रोजन ट्रेन को शुरुआत में देश के अलग-अलग 8 रूटों पर चलाया जाएगा.

ग्रीन ग्रोथ पहल के तहत दिसंबर 2023 तक हाइड्रोजन ट्रेन बनकर निकलेगी. इसे हैरिटेड सर्किट में चलाया जाएगा. बता दें कि भारत से पहले चीन और जर्मनी में हाइड्रोजन ट्रेन की सेवा शुरू हो चुकी है. जर्मनी में साल 2018 से हाइड्रोजन ट्रेन की टेस्टिंग चल रही थी.

उन्होंने कहा कि सभी वंदे भारत ट्रेन रेलवे अपनी फैक्ट्री में बनाएगा. सोनीपथ, लातूर और रायबरैली में वंदे भारत ट्रेन का उत्पादन शुरु होगा. अगले वित्तीय वर्ष तक दो से तीन वंदे भारत का प्रति सप्ताह प्रोडक्शन किया जाएगा. अभी मेट्रो वंदे भारत की डिजाइन और टेस्टिंग का काम चल रहा है. 2024-25 में वंदे भारत मेट्रो का प्रोडक्शन शुरू हो जाएगा.

INPUT : NEWS 18