शिक्षा के अधिकार के तहत 25 फीसदी नामांकन अब प्री प्राइमरी कक्षा से ही लागू होगा। अब अभिभावक बच्चे का नामांकन 25 फीसदी आरक्षण के तहत नर्सरी, एलकेजी में भी करवा सकेंगे। यानी अब तीन साल से 18 साल तक के बच्चों पर शिक्षा का अधिकार कानून लागू रहेगा। 

अब तक शिक्षा का अधिकार कानून में छह से 14 साल तक के बच्चे आते थे लेकिन अब इसे तीन से 18 साल तक कर दिया गया है। अब तक शिक्षा के अधिकार कानून के तहत 25 फीसदी आरक्षण का नामांकन छह साल की उम्र में कक्षा एक में होता था। लेकिन अब नर्सरी और एलकेजी में ही नामांकन होगा। 

इसके लिए जिला शिक्षा कार्यालय स्तर पर तैयारी शुरू कर दी गयी है। सभी निजी स्कूलों की सूची तैयार की जा रही है। ज्ञात हो कि शिक्षा का अधिकार कानून के तहत हर निजी स्कूलों में गरीब बच्चों के लिए 25 फीसदी सीटें आरक्षित रहती हैं। अभी तक यह कक्षा एक के लिए लागू था, लेकिन अब नई शिक्षा नीति के तहत कक्षा एक से नहीं बल्कि नर्सरी में ही 25 फीसदी सीटें गरीब बच्चों के लिए आरक्षित रहेंगी। ऐसे में हर जिला शिक्षा कार्यालय द्वारा निजी स्कूलों की सूची तैयार की जा रही है।

फांसी की सजा सुनाये जाने के बाद से ही पटना गांधी मैदान सीरियल बम विस्फोट मामले के दोषी चारों आतंकियों इम्तियाज, हैदर अली उर्फ ब्लैक ब्यूटी, नोमान अंसारी और मुजीबुल्लाह की नींद उड़ गई है। बड़ी मुश्किल से चारों ने सोमवार को बेऊर जेल में रात गुजारी। रात में चारों ने न तो ठीक से खाना खाया और न ही वह ठीक से सो सके। करवटें बदलने में ही उनकी रात कट गई। 

हालांकि जेल प्रशासन का कहना है कि अब चारों सामान्य हैं। सजा सुनाये जाने के बाद कोर्ट से जेल आने पर वे परेशान दिख रहे थे। सुरक्षा की दृष्टि से फांसी की सजा पाए चारों आतंकियों को अलग हाई सिक्योरिटी सेल में रखा गया है, जबकि अन्य दोषी अभियुक्तों को दूसरी सेल में डाला गया है। फांसी की सजा पाए चारों आतंकियों की हाई सिक्योरिटी सेल की कड़ी निगरानी की जा रही है ताकि सुरक्षा में किसी तरह की चूक न हो।

जेल में भी मनेगा दीपोत्सव, बंदी करेंगे पूजा

बेऊर जेल में भी दीपोत्सव मनाया जाएगा। विधि-विधान के साथ बंदी भी पूजा करेंगे। इसके लिए जेल प्रशासन की ओर से बंदियों को पूजन सामग्री दी जाएगी। जेल अधीक्षक इं. जितेंद्र कुमार ने बताया कि जेल को आकर्षक बिजली की लड़ियों से सजाया गया है। दीप जलाने के लिए बंदियों को मिट्टी के दीए दिए जाएंगे। दीपावली के दिन बंदियों का मुंह भी मीठा कराया जाएगा।