पटना में एक कार्यक्रम के दौरान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जुबान फिसल गयी। लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को खुले मंच से मुख्यमंत्री कहा। इतना सुनते ही वहां बैठे लोग भी हैरान रह गये। जिसके बाद इसकी चर्चा कार्यक्रम में होने लगी।

दरअसल नव नियुक्त पशु चिकित्सा पदाधिकारी एवं मत्स्य विकास पदाधिकारियों के बीच नियुक्ति पत्र का वितरण किया गया। पटना के ज्ञान भवन में यह कार्यक्रम आयोजित हुआ। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में यह कार्यक्रम हुआ जिसमें उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के मंत्री आफाक आलम भी मौजूद थे। जब सीएम नीतीश मंच पर पहुंचे और लोगों को संबोधित करने लगे तभी उनकी जुबान से उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की जगह मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव निकल गया।

मीडिया से बातचीत करत हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आगे की रणनीति पर चर्चा की कहा कि अब वे पूर्णिया में रैली करने वाले है। पूर्णिया में रैली कर एक-एक चीजों को देखेंगे। पूर्णिया में क्या-क्या काम हुआ यह देखेंगे और बिहार के विकास की चर्चा करेंगे। वहीं सोनियां से मुलाकात पर कहा कि हम और लालूजी उनसे मिलने के लिए साथ गये थे। कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पद का चुनाव होना है। चुनाव के बाद हम सब मिलकर कोई फैसला लेंगे।

वहीं मंच से संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि बेरोजगारी कैसे दूर हो इस पर हमलोग काम कर रहे हैं। हर विभाग में पदों को भरने का निर्देश दिया गया है। जिन युवाओं के पास डिग्री है उन्हें हम रोजगार भी दे रहे हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री ही नहीं बल्कि हर विभाग के लीडर भी हैं। मुख्यमंत्री का विजन क्लियर है। कौन सा ऐसा फील्ड नहीं है जिसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में लोग काम नहीं कर रहे। सीएम नीतीश कुमार कोई भी काम में पीछे नहीं हटे।



केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलना चाहिए। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार इसकी मांग कर रहे हैं। खुद पीएम मोदी लगातार कहते हैं कि जब तक बिहार आगे नहीं बढ़ेगा तब तक देश आगे नहीं बढ़ सकता। बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की घोषणा तो पीएम मोदी पहले ही कर चुके है। लेकिन 8 साल से वे देश के प्रधानमंत्री हैं लेकिन आज तक बिहार को विशेष पैकेज नहीं मिला।

तेजस्वी ने कहा कि अभी गृह मंत्री अमित शाह पूर्णिया आए हुए थे तब लोग इस आस में थे कि वे कुछ बड़ा ऐलान करेंगे। बिहार को विशेष राज्य के दर्जा देने को लेकर बात करेंगे लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। खैर बिहार के लोग समझदार हैं वो सब जानते हैं। देश में इतनी महंगाई है, देशभर में 53 फ़ीसदी गरीबों का आय कम है। 30 वर्षों में सबसे ज्यादा लोगों की आय में कमी आई है। देश में बेरोजगारी का आलम है यह सब जनता देख रही है।



तेजस्वी ने कहा कि हर नौजवान का सपना होता है कि रोजगार पाना। नियुक्ति पत्र मिला तो समझ जाइए कि आपका सपना साकार हो गया। नीतीश कुमार को बधाई देते हुए तेजस्वी ने कहा कि आप इसी तरह हमें लीड करते रहिए और हम वादा करते हैं कि अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभाएंगे। हमें पूरा विश्वास है कि जो कमिटमेंट हमने किया है वह मिलकर पूरा करेंगे। हम जुमला पार्टी नहीं है जो बोलते हैं वह करके दिखाते हैं।



वहीं मंच से संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि आज सिर्फ नियुक्ति पत्र ही नहीं बल्कि कहां पोस्टिंग होगा यह भी पता चल जाएगा। जिन लोगों की नियुक्ति अभी नहीं हुआ उनकी भी नियुक्ति बहुत जल्द हो जाएगा। नियुक्ति की प्रक्रिया बड़ी संख्या में शुरू की गयी है। बहुत देर नहीं लगेगा हर रिक्त पदों को जल्द भरा जाएगा। हर चीज का विकास होता जा रहा है। हम लोग जितना काम करते हैं सबको ध्यान में रखिएगा। जो पढ़ना चाहता है उसे पढ़ाने का काम किया है। पहले लोग आते थे एडमिशन लेकर लौट जाते थे लेकिन आज कितना विकास हुआ है। सीएम नीतीश ने कहा कि जब परिवार की आमदनी बढ़ेगी तो बाल बच्चा को भी आगे बढ़ाएंगे। महिलाओं के शिक्षित होते ही प्रजनन दर घट जाएगा। हमने तो यह निर्देश दिया है कि कौन-कौन से जगह पर लड़कियां कम पढ़ रही हैं उस जगह को चिन्हित करे।