बिहार के कटिहार जिले में बगैर लाइसेंस के धड़ल्ले से नर्सिंग होम और जांच घर का संचालन हो रहा है। इससे मरीजों को काफी परेशानी हो रही है। नर्सिंग होम के अवैध संचालन की शिकायतें जिला प्रशासन से लेकर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों तक पहुंचती रहती है लेकिन समुचित कार्रवाई नहीं किए जाने के कारण अवैध रूप से नर्सिंग होम और जांच केंद्रों के संचालकों का मनोबल बढ़ता जा रहा है।

बारसोई के पंचायत समिति सदस्य मसूद आलम ने बताया कि बारसोई में एक दर्जन से अधिक फर्जी नर्सिंग होम और जांच केंद्र चल रहा है। कई बार सिविल सर्जन को आवेदन देकर शिकायत की गई। जांच कमेटी को भी जांच के लिए भेजा गया लेकिन जांच अधिकारियों द्वारा केवल खानापूर्ति कर जांच कर रिपोर्ट सौंप दी गयी। जिसके कारण अब तक फर्जी तरीके से संचालन किया जा रहा है। इससे आये दिन कभी प्रसुता तो कभी बच्चे की मौत होती रहती है।

उन्होंने कहा कि चर्चा है कि हाई कोर्ट ने भी फर्जी व बैगेर लाइसेंस के चलाए जा रहे नर्सिंग होम व अन्य स्वास्थ्य संस्थाओं के संचालन किए जाने पर विभागीय अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं। फर्जी नर्सिंग होम व जांच घर का निरीक्षण कर कार्रवाई करने के लिए सीएस स्तर से जांच टीम गठित करने की मांग जिला प्रशासन से की गई थी। जिला प्रशासन स्तर से गठित जांच टीम ने जांच भी किया लेकिन सालमारी और बारसोई में फिर से उक्त संस्थान का संचालन किया जा रहा है। इस कारण से गठित टीम का कोई फायदा नहीं हो रहा है।

डीएम उदयन मिश्रा ने कहा है कि बिना लाइसेंस के चल रहे नर्सिंग होम व जांच घर की जांच गठित टीम कर रही है। जिसके खिलाफ रिपोर्ट मिलती है। उसके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। आम लोगों की शिकायत पर भी कार्रवाई की जाती है। आने वाले समय भी कार्रवाई जारी रहेगा।

600 रजिस्टर्ड नर्सिंग होम व जांच घर में 300 ने कराया है रेनुअल

कटिहार जिले में 600 से अधिक रजिस्टर्ड नर्सिंग होम और जांच केंद्र है। जिसमें करीब 300 संचालकों द्वारा रेनुअल नहीं कराया गया। जिसके कारण सरकारी आंकड़ा में केवल तीन सौ से अधिक जांच घर व नर्सिंग होम ही संचालित है। जिले के फलका, कुरसेला, बरारी, सेमापुर, कोढ़ा, समेली, हसनगंज, डंडखोरा आदि प्रखंड में नर्सिंग होम का लाइसेंस किसी के द्वारा नहीं लिया गया।

जान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं अवैध नर्सिंग होम व जांच घर
मो. मंसुर आलम, आफाक अंसारी आदि ने बताया कि बारसोई सहित अन्य प्रखंडों में अवैध नर्सिंग होम लोगों की जांच के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। कई लाइसेंसी नर्सिंग होम और जांच घर का संचालन हो रहा है, जहां पर केवल चिकित्सक का नाम कागज पर है। संबंधित चिकित्सक का केवल हस्ताक्षर होता है