बिहार में शराब से हो रही मौतों के बाद बिहार पुलिस एक्शन में दिख रही है. रोजाना शराब की बरामदगी के साथ दर्जनों लोगों को जेल भेजा जा रहा है. शराबबंदी को पूर्णत: जमीन पर उतारने के लिए अब पंचायतवार पुलिस पदाधिकारियों की तैनाती की जा रही है. इसकी मॉनीटरिंग सीधे तौर पर डीएम करेंगे. बिहार सरकार के आदेश के बाद इसे अमलीजामा पहनाने की तैयारी की जा रही है. पंचायतों में जिन पुलिस पदाधिकारियों की तैनाती की जा रही है अब उन पर ही पंचायत क्षेत्र की पूरी जिम्मेदारी होगी. अगर उनके क्षेत्र में शराब से कोई भी घटना होती है, तो इसके लिए तैनात पुलिस पदाधिकारी, संबंधित चौकीदार और थानेदार जिम्मेदार होंगे.

शराब बिक्री से लेकर शराब पीने वालों पर नकेल कसने की जिम्मेदारी भी संबंधित पुलिस पदाधिकारी की होगी. बिहार पुलिस मुख्यालय जिले के डीएम इसकी निगरानी करेंगे. गोपालगंज में भोरे थाने से इसकी शुरुआत की गयी है. प्रखंड की सभी 17 पंचायतों में पुलिस पदाधिकारियों की तैनाती कर दी गयी है. आम सूचना संकलन के लिए उनकी टीम में स्थानीय चौकीदारों को रखा गया है. साथ ही एक पुलिस बल की टीम तैयार की गयी है, जो 24 घंटे शराब को लेकर काम करेगी.

इनको दी गयी है जिम्मेदारी

प्रखंड की भोरे और रकबा पंचायत के 33 वार्डों के लिए पीएसआइ हेमंत कुमार और एएसआइ प्रदीप कुमार, हुस्सेपुर की 23 वार्डों के लिए एसआइ संपूर्णानंद, जगतौली के 15 वार्डों के लिए एसआइ संजय कुमार त्रिवेदी, लामीचौर और डोमनपुर के 17 वार्डों के लिए एएसआइ आशुतोष कुमार, बनकटा जागिरदारी के 13 वार्डों के लिए एएसआइ संजीत कुमार सिंह, हरदियां के 14 वार्डों के लिए एएसआइ शिवशंकर दूबे, गोपालपुर और चकरवां खास के 29 वार्डों के लिए एएसआइ सुरेंद्र सिंह, कोरेयां और छठियांव के 20 वार्डों के लिए एसआइ अनिल कुमार पासवान है.

सिसई और खदहीं के 30 वार्डों के लिए एसआइ उमाशंकर सिंह यादव और पीएसआइ मोहन कुमार निराला, डूमर नरेंद्र के 19 वार्डों के लिए एएसआइ प्रभात कुमार, बगहवां मिश्र के 14 वार्डों के एएसआइ संजय कुमार दास, कल्याणपुर के 13 वार्डों के लिए एसआइ वीरेंद्र तिवारी को तैनात किया गया है. थानाध्यक्ष सुभाष कुमार सिंह ने बताया कि मुख्यालय के आदेश के बाद सभी पंचायतों में शराब की रोकथाम के लिए पुलिस पदाधिकारियों की तैनाती कर दी गयी है.