मुजफ्फरपुर की शाही लीची 14 मई से मुंबई सहित अन्य शहरों में भेजी जाएगी. जानकारी के अनुसार 14 मई से एसएलआर और 20 मई से वीपी से लीची की ढुलाई शुरू हो सकती है. जंक्शन के वीआइपी कक्ष में लीची किसान और सोनपुर रेल मंडल के अधिकारियों के बीच बैठक हुई.

इसमें किसानों ने रेलवे को प्रस्ताव दिया. इस पर रेलवे ने उन्हें इन तारीखों से मुंबई के लिए लीची ढुलाई के लिए काम शुरू करने की बात कही. मालूम हो कि एक एसएलआर में करीब चार और वीपी में करीब 24 टन लीची की ढुलाई होती है. इस दौरान बैठक में शामिल दामोदरपुर के लीची किसान विजय कुमार ने बताया कि मई से बगीचा से लीची की तुड़ाई शुरू हो जायेगी.

वहीं 10 मई के बाद लीची टूटने लगेगी. बिहार के बाद मुंबई लीची का बड़ा बाजार है. दरअसल, पूरे देश में सर्वाधिक मुंबई से लीची की डिमांड है. इसके अलावा पंजाब, गुजरात और दिल्ली आदि राज्यों से डिमांड है. इसे पूरा करने को 14 मई से एसएलआर और 20 मई से पवन एक्सप्रेस में मुजफ्फरपुर में वीपी को अटैच किया जायेगा.

विजय कुमार ने बताया कि मुंबई लीची का बड़ा बाजार है और उत्तर बिहार से मुंबई जाने के लिए रोज पवन एक्सप्रेस व अवध एक्सप्रेस ट्रेन है. इसके अलावा तीन और ट्रेन जो मुजफ्फरपुर से होकर गुजरती है या नजदीक के दूसरे स्टेशनों तक आती है, उन्हें भी मुजफ्फरपुर से रोज खोला जाये.

उन्होंने बैठक में उपस्थित डीसीएम से कहा कि लोकमान्य तिलक से रक्सौल जानेवाली ट्रेन को साप्ताहिक को खोला किया जाये. इसके अलावा छपरा से लोकमान्य तिलक जाने वाली गोदान एक्सप्रेस को मुजफ्फरपुर से खोला जायेगा और पटना-कुर्ला एक्सप्रेस में एक वीपी अटैच किया जायेगा.

यह वीपी मुजफ्फरपुर से लोड होगा. किसानों के प्रस्ताव को सीनियर डीसीएम व अन्य अधिकारियों तक रखने का बात कही गयी है.विजय कुमार ने बताया कि लीची ढुलाई के लिए किसानों द्वारा एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया जायेगा.

इसमें किसानों के अलावा रेल अधिकारी, पदाधिकारी और आरपीएफ को रखा जायेगा, ताकि वह उनकी समस्याओं का त्वरित निष्पादन कर सके. इस बैठक में डीसीएम और एसीएम के अलावा स्टेशन प्रबंधक, किसान विजय कुमार, मो. सज्जाद, रामबाबू राय, अमरेश कुमार, धर्मेंद्र चौबे, कुंदन कुमार व अन्य शामिल हुए.

INPUT : PRABHAT KHABAR