छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में पदस्थ एक सरकारी अफसर का अजीबो-गरीब कारनामा सामने आया है। दरअसल, सैर पर निकले ‘साहब’ का सेल्फी लेते वक्त महंगा मोबाइल जलाशय में गिर गया। फिर क्या था… साहब के निर्देश पर फोन को निकालने 3 दिन तक 30 एचपी का पम्प लगाकर पानी को खाली किया गया, फिर कहीं जाकर फोन को डैम से निकाला गया।

हालांकि, पानी में डूबने की वजह से अफसर का फोन काम नहीं कर रहा है। दरअसल, यह पूरा मामला कांकेर के पखांजुर क्षेत्र का है। कोयलीबेड़ा ब्लॉक के फूड ऑफिसर राजेश विश्वास सोमवार को छुट्टी मनाने खेरकट्टा परलकोट जलाशय पहुचे थे।

उस वक्त जलाशय में पानी लबालब 15 फिट तक भरा हुआ था। जिसके बाद अधिकारी का फोन ढूंढने के लिए पानी को खाली करवाया गया। इस पूरी कवायद में करीब 21 लाख लीटर पानी बहा दिया गया। इतने पानी से डेढ़ हजार एकड़ खेतों की सिंचाई की जा सकती थी।

ऐसा क्या था मोबाइल में ?

इस घटना के सामने आने के बाद से फूड इंस्पेक्टर की चर्चा पूरे जिले में हो रही है। लोगों का कहना है कि मोबाइल में ऐसा क्या था कि जलाशय के पानी को खाली कर इसे बाहर निकाला गया।
इस संबंध में फूड इंस्पेक्टर राजेश विश्वास ने बताया कि परलकोट जलाशय के ओवरफ्लो पानी टैंक होता है। वहां सोमवार को मेरा फोन गिर गया था। अभी मेरा फोन मिल गया है। सेल्फी लेते वक्त हाथ से फिसल के गिर गया था।

फूड इंस्पेक्टर ने बताया कि जल संसाधन विभाग के एसडीओ से मैने बात की थी, जिसके बाद पानी उपयोग नहीं होने की बात सामने आने पर पानी खाली की मोबाइल बाहर निकाला गया। उन्होंने आगे बताया कि सैमसंग कंपनी का S सीरीज का फोन था, जिसकी कीमत लगभग 96 हजार रुपए है।

इधर, जल संसाधन विभाग के एसडीओ राम लाल ढिवर का कहना है कि से उन्हें 5 फिट तक पानी को खाली करने का परमिशन मौखिक तौर पर दिया गया था, लेकिन डैम से 10 फिट से ज्यादा पानी को खाली किया गया है।

INPUT : KHABAR BASTAR