इंसान की पहचान रूप नहीं गुण से होती है। यह बात कहने और सुनने में भले ही बेहतर लगती हो, लेकिन व्यवहार में शायद ही ऐसा होता है। शादी-विवाह के मामले में तो कतई नहीं। पूर्वी चंपारण के हरसिद्धि मेें एक ऐसा ही मामला देखने को मिला। जहां युवती ने बरातियों के बीच में जयमाला के स्टेज से एक युवक के गले में माला डालने से इसलिए इंकार कर दिया, क्योंकि वह गोरा नहीं था। इस घटना के बाद तो वहां सन्नाटा पसर गया और बरात में आए लोग बिना खाए ही वापस हो गए। युवती के स्वजनोें ने पूरी रात उसे समझाने की कोशिश की, लेकिन वह अपने निर्णय पर अडिग रही। अब इस घटना की तस्वीर इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रही है। जहां लोग तरह- तरह की बातें कर रहे हैं।

हरसिद्धि थाना क्षेत्र के गायघाट गांव में रविवार की रात एक शादी थी। सबकुछ तय कार्यक्रम के अनुसार ही चल रहा था। बरात समय से आई और दरवाजे भी लगी। वधु पक्ष के लोगों ने उसका स्वागत किया। इसके बाद जयमाला की रस्म शुरू की गई। दुल्हन को स्टेज पर लाया गया। इस समय तक सबकुछ सही चल रहा था। जब दुल्हन को दूल्हे के गले में वरमाला डालने के लिए कहा गया तो उसने ऐसा करने से इंकार कर दिया। इसके बाद तो वहां सन्नाटा पसर गया। कुछ लोगों को तो बात समझ में भी ही नहीं आई। इस बीच दुल्हन के स्वजनों ने स्थिति को संभालने के लिए उसे समझाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं मानी। जब वजह पूछा गया तो उसने कहा कि वह काले रंग के दूल्हे से शादी नहीं करेगी। फिर क्या था, बराती में आए लोग वहां से पांव-पांव ही खिसकने लगे।

 थोड़ी ही देर में मंडप खाली हो गया। दूल्हन को भी स्टेज से घर ले जाया गया। वहां भी सबलोगों ने इज्जत की दुहाई देते हुए उसे अपने फैसले पर फिर से विचार करने को कहा, लेकिन वह अडिग रही। इस तरह से यह शादी नहीं हो सकी। देखते ही देखते ही यह खबर पूरे गांव में फैल गई। जितनी मुंह उतनी बातें। कोई युवती के प्रेम संबंध की बात कह रहा तो कोई उसके मां-बाप की गलती बता रहा। कोई पश्चिमी सभ्यता का असर। बहरहाल गोरे रंग और उस पर गुमान की बात चल निकली और दूर तलक भी जा रही है।