राजधाना में किराए के मकान में देह व्यापार का धंधा चल रहा था। इसके लिए कोलकाता की लड़कियों को नौकरी का झांसा देकर पटना लाया जाता था, उसके बाद उनसे गंदा काम करवाया जाता था। पटना पुलिस ने जिस्मफरोशी के धंधे का पर्दाफाश किया है। पटना के दीघा थाना क्षेत्र में नौकरी दिलाने का झांसा देकर पश्चिम बंगाल से बुलाई गई दो लड़कियां देह व्यापार के दलदल में फंस गईं। दीघा थाने की पुलिस ने गुरुवार की देर शाम अमरूदी बागीचा आजाद नगर स्थित एक किराये के कमरे से दोनों को मुक्त कराया। एक आरोपित विश्वजीत कुमार को पुलिस ने गिफ्तार कर लिया है। विश्वजीत मूल रूप से अरवल का रहने वाले है, जो पिछले तीन महीने से आजाद नगर में किराये के कमरे में रह रहा था।

दीघा के थानाध्यक्ष राजकुमार पांडेय ने बताया कि विश्वजीत केयरटेकर है। मामले में मधुकर सहाय और महिला रूपा सहाय को भी आरोपित बताया गया है। इनकी जल्द ही गिरफ्तारी होगी। पुलिस को बुधवार की देर शाम सूचना मिली कि अमरूदी बागीचा आजाद नगर स्थित एक मकान में कुछ संदिग्धों का आना जाना लगा रहता है। दो दिन दिन पहले लड़कियों को भी लाया गया है। सत्यापन के बाद सूचना पुख्ता होने पर पुलिस की एक टीम गुरुवार को उक्त मकान के एक कमरे की तलाशी लेने पहुंच गई।

पुलिस को देख विश्वजीत वहां से भागने का प्रयास, लेकिन पुलिस ने दबोच लिया। कमरे में दो लड़कियां मिली। पूछताछ में दोनों ने पुलिस को बताया कि वह पश्चिम बंगाल की रहने वाली है। उन्हें पटना में नौकरी दिलाने का झांसा दिया गया। बताया गया कि दस हजार रुपये हर महीने मिलेंगे। दोनों लड़कियों को तीन दिन पूर्व एजेंट के जरिए दीघा बुलाया गया, इसके बाद उन्हें देह व्यापार के दलदल में धकेल दिया गया। दोनों लड़कियों ने पुलिस को देह व्यापार की संचालिका और संचालक का नाम भी बताया। पुलिस दोनों आरोपितों के ठिकाने के जानकारी जुटा रही है।