राजधानी पटना में शनिवार को हुई ताबड़तोड़ छापेमारी से शराब पीने वालों के बीच हड़कंप मच गया। सुबह से शुरू हुई पटना पुलिस की छापेमारी देर रात तक चलती रही। पुलिस की कई टीमें दीघा से लेकर बख्तियारपुर तक छापेमारी करती रहीं। डाकबंगला चौराहा, अशोक राजपथ, पटनासिटी, शास्त्रीनगर, जक्कनपुर सहित कई इलाकों में ब्रेथ एनालाइजर लेकर पुलिस टीम पान और सिगरेट की दुकानों के सामने खड़े लोगों की चेकिंग कर रही थी। होटलों में ठहरने वालों की भी ब्रेथ एनालाइजर मशीन से जांच की गयी। एसएसपी उपेंद्र शर्मा ने बताया कि हर थानों की पुलिस को सघन जांच करने के निर्देश दिये गये हैं। 

इन जगहों पर भी छापेमारी 

पीरबहोर थानांतर्गत नया गांव में सैकड़ों पुलिस फोर्स ने छापेमारी की। वहीं सुलतानगंज  पुलिस ने आंबेडकर कॉलोनी, गंगा घाटों के किनारे वाले इलाकों को खंगाल डाला। जक्कनपुर थानेदार सुदार्मा सह के नेतृत्व में एक दर्जन होटलों में छापेमारी हुई। कदमकुआं पुलिस ने राजेंद्रनगर में छापेमारी एक को शराब के नशे में पकड़ा। 

भागे डॉक्टर को महिला मित्र ने फोन कर बुलाया, गिरफ्तार

होटल जिंजर में जैसे ही कोतवाली पुलिस कमरे में घुसी, उस वक्त डॉ. कुमार शैलेंद्र शेखर और डॉ. कशिश चौबे उसी जगह मौजूद थे। मौका मिलते ही डॉक्टर शैलेंद्र कमरे से भाग निकला। डॉक्टर के भागते ही पुलिस टीम ने उसकी महिला मित्र व जूनियर कशिश चौबे पर उसे बुलवाने का दबाव बनाया। 

खुद को फंसा देख डॉक्टर कशिश ने दोस्त शैलेंद्र को फोन पर ही जल्द होटल में आने वरना उसके खिलाफ बयान देने की बात कही। यह सुनकर घबराया शैलेंद्र वापस पहुंच गया। डॉक्टर कशिश ने बताया कि वह बीते शुक्रवार को ही पटना एम्स का इंटरव्यू देने पटना आयी थी। उसने अपने नाम पर रूम बुक किया था।