बिहार में साढ़े तीन लाख नियोजित शिक्षकों के वेतन वृद्धि को लेकर नीतीश सरकार ने पहले ही संकल्प जारी कर दिया था और अब अब शिक्षा विभाग ने वेतन वृद्धि से जुड़ी डिटेल गाइडलन भी जारी कर दी है। आपको बता दें कि पंचायती राज संस्थानों और नगर निकाय संस्थानों के तहत कार्यरत शिक्षकों और पुस्तकालयाध्यक्षों की वेतन में 15 प्रतिशत की वृद्धि करने के प्रस्ताव पर राज्य कैबिनेट की मंजूरी मिलने के बाद शिक्षा विभाग ने इससे जुड़ा संकल्प जारी किया। वित्त विभाग की मुहर लगने के बाद शिक्षा विभाग ने 12 नवम्बर को विस्तृत दिशा-निर्देश जारी करते हुए इसे बिहार गजट में शामिल करने का निर्देश दिया है। विभाग के उप सचिव अरशद फिरोज द्वारा जारी आदेश में वेतनवृद्धि के संकल्प के मुताबिक नया पे-मैट्रिक्स भी जारी किया गया है साथ ही वेतन निर्धारण की प्रक्रिया भी तय कर दी गई है।

जनवरी 2022 से मिलेगा बढ़ेगा वेतन

12 नवम्बर 2021 को जारी पे-मैट्रिक्स में 1 अप्रैल 2021 के प्रभाव से जिन शिक्षकों के वेतन का निर्धारण होगा, उन्हें वार्षिक वेतनवृद्धि का लाभ 1 जनवरी 2022 से मिलेगा। उपयुक्त पे-मैट्रिक्स में वेतन निर्धारण में यदि किसी शिक्षक का मूल वेतन अपने कनीय शिक्षक से कम निर्धारित हो, तो उनका मूल वेतन कनीय शिक्षक के मूल वेतन के अनुरूप निर्धारित किया जाएगा।

अधिकतम वेतन जानिए

वेतनवृद्धि के बाद नियोजित शिक्षकों का मासिक वेतन अधिकतम 39,200 रुपए तक पहुंच गया है। बढ़ोतरी का लाभ मिलने के बाद 2 साल पूरा कर चुके प्राथमिक से लेकर उच्च माध्यमिक तक के प्रशिक्षित शिक्षकों का वेतन तकरीबन 3000 से लेकर करीब 4000 रुपए तक बढ़ जाएगा। जारी आदेश में एक से लेकर 18 साल तक की सेवा वाले अप्रशिक्षित, प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षकों का पे मैट्रिक्स घोषित किया गया है।