बड़ी खबर भागलपुर से आ रही है जहाँ भागलपुर नगर निगम में ट्रेड लाइसेंस मामले में 27 लाख से अधिक का घोटाला हुआ है. इस मामले की जांच कर रही तीन सदस्यीय टीम ने जांच पूरी कर ली है. मिली जानकारी के मुताबिक रिपोर्ट तैयार कर लिया गया है और बहुत जल्द रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंप दी जाएगी. आपको बता दें कि 2016-17 से 20-21 तक नगर निगम ने 5902 ट्रेड लाइसेंस जारी किए. इनमें से 943 ट्रेड लाइसेंस के मामले में एक भी राशि जमा नहीं हुई.

आपको बता दें कि 2016-17 से 20-21 तक नगर निगम ने 5902 ट्रेड लाइसेंस जारी किए. इनमें से 943 ट्रेड लाइसेंस के मामले में एक भी राशि जमा नहीं हुई. 4939 ट्रेड लाइसेंस के मामले में आधी-अधूरी राशि जमा की गई. 5902 ट्रेड लाइसेंस के लिए 98 लाख 92 हजार 250 रुपये जमा होने थे, लेकिन 27 लाख से अधिक राशि जमा नहीं हुई. बता दें कि ट्रेड लाइसेंस से संबंधित रजिस्टर और आनलाइन में भारी अंतर है. जांच के दौरान पता चल रहा है कि रजिस्टर में जो राशि अंकित है, वह कंप्यूटर अंकित नहीं है.

मिली जानकारी के मुताबिक प्रमंडलीय आयुक्त के निर्देश पर जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने नगर निगम द्वारा जारी ट्रेड लाइसेंस की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया था. बताया जा रहा है कि सीनियर डिप्टी कलेक्टर शैलेंद्र कुमार सिंह ने नगर निगम से 2017 से अब तक के ट्रेड लाइसेंस से संबंधित रजिस्टर की मांग की थी. नगर निगम के ट्रेड लाइसेंस शाखा प्रभारी निरंजन मिश्रा और कंप्यूटर आपरेटर ज्ञानेन्द्र कुमार वर्मा ने सारे रजिस्टर जांच के लिए उपलब्ध कराते हुए जांच में सहयोग किया था.