बिहार में लिच्छवी एक्सप्रेस एक बड़े हादसे का शिकार होते-होते बाल-बाल बची. रविवार (14 अप्रैल) की रात को मुजफ्फरपुर- सीतामढ़ी रेलखंड पर बेनीपुरग्राम हाल्ट व रुन्नी सैदपुर स्टेशन के बीच रामबाग (धरहरवा) के पास लिच्छवी एक्सप्रेस से एक ट्रैक्टर टकरा गया.

ट्रेन के लोको पायलट ने अचानक सामने ट्रैक्टर आने पर आपातकालीन ब्रेक लगाई. इससे ट्रेन की रफ्तार काफी धीमी हो गई थी, इसलिए भिड़ंत ज्यादा तेज नहीं थी और ट्रेन पटरी से नहीं उतरने से बच गई. वहीं ट्रैक्टर ड्राइवर ने कूद कर अपनी जान बचाई.

ट्रैक्टर करीब एक घंटे तक ट्रेन के इंजन में फंसा रहा, जिससे ट्रेन लेट हो गई. रात के समय सूनसान इलाके में गाड़ी खड़ी होने से ट्रेन में सवार यात्री भी भयभीत देखने को मिले. रात का समय होने के कारण यात्री डर गए थे. बाद में रेलवे के इंजीनियरों ने घटनास्थल पर पहुंचकर ट्रैक्टर-ट्रॉली को रेल इंजन से बाहर निकाला. क्षतिग्रस्त इंजन को सही किया गया.

इसके बाद पूरे ट्रेन की जांच की गई और फिर आगे के लिए रवाना किया गया. सूचना मिलने पर आरपीएफ के जुब्बा सहनी इंचार्ज पवन कुमार ठाकुर पहुंचे और इस मामले में केस दर्ज किया. एक महीने पहले यूपी के शाहजहांपुर में जनसाधारण एक्सप्रेस से ट्रैक्टर ट्रैक्टर टकरा गया था. टक्कर होते ही ट्रैक्टर के परखच्चे उड़ गए थे. टक्कर लगने से पहले चालक ट्रैक्टर से कूद गया था.

वहीं टक्कर होने के बाद ट्रेन के इंजन का प्रेशर पाइप लीक हो गया था. लोको पायलट ने ट्रेन को वहीं रोक दिया था. इसके बाद रेलवे के अधिकारियों ने इंजन चेक करने के बाद ट्रेन को जैसे-तैसे हरदोई स्टेशन तक पहुंचाया था. उसके बाद ट्रेन को आगे के लिए रवाना किया गया था. बता दें कि ट्रेन आनन्द बिहार स्टेशन से बिहार के दानापुर स्टेशन तक जा रही थी.