सीतामढ़ी में नेपाल सीमा के समीप चल रहे नोट डबलिंग के खेल नकली नोटों को का बंडल दिखाकर लोगों से ठगी करने वाले गिरोह के मास्टरमाइंड समेत दो को गिरफ्तारी किया है।

इनके पास से पुलिस ने 2.75 लाख रुपये के नेपाली नोट एक लोडेड देसी पिस्टल, नेपाली एक हजार व रुपये के आकार में कटा भारी मात्रा में कागजों का बंदल बरामद किया गया है।

पकड़े गये बदमाश की पहचान मेजरगंज थाना क्षेत्र के मेजरगंज निवासी मो. सतार और नेपाल बारा जिला के कलिया थाना क्षेत्र के बरियारपुर वार्ड एक निवासी सुनील प्रसाद कुशवाहा के रूप में की गई।

प्रेसवार्ता में इसकी जानकारी देते हुए एसपी हर किशोर राय ने बताया कि नेपाल सीमा से सटे गांवों में नोट डबलिंग और नोटों की दिखाकर लोगों से ठगी किये जाने की सूचना मिल रही थी।

इसी दौरान सूचना मिली कि मेजरगंज के खैरवा गांव के बगीचे में भारतीय जाली नोट का तस्कर आया हुआ है। एसडीपीओ सदर सुबोध कुमार के नेतृत्व में डीग प्रभारी नवलेश कुमार आजाद ने मेजरगंज पुलिस के सहयोग से आम के बगीचे की घेराबंदी की। पुलिस के पहुंचते ही चार व्यक्ति दो बैग छोड़कर भाग निकले।

एसपी हरकिशोर राय ने बताया कि मो. सतार काफी शातिर है। उसका अपराधिक इतिहास भी काफी लंबा है। मो. सवार को एक साल के अंदर तीसरी बार नोटों की डबलिंग और जाली नोट की हेराफेरी के आरोप में पकड़ा गया है। दस दिन पूर्व ही सतार जेल से जमानत पर बाहर निकला है और जाली नोट नीट डबलिंग के काम में सक्रिया हो गया। एसपी ने बताया कि बीते वर्ष मार्च में ही मो. सतार को गिरफ्तारी कर जल भेजा गया था।

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