चीन भले ही दुनिया के लिए एक उभरती हुई महाशक्ति हो, लेकिन कोरोना के कारण देश की आंतरिक हालत काफी खराब होती जा रही है. देश के कई राज्यों में आम लोग कोरोना को लेकर लगे लॉकडाउन और चीन की जीरो टॉलरेंस की नीति के खिलाफ अब आवाज बुलंद कर रहे हैं. 2020 के बाद एक बार फिर चीन में कोरोना बेकाबू रफ्तार से बढ़ रहा है. सरकार ने कई शहरों में कड़ी पाबंदियां लगाईं हैं और आम लोग लॉकडाउन झेल रहे हैं.

एक दिन में आये 40 हजार नये मामले: चीन में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है. रविवार को चीन में कोरोना के करीब 40 हजार नये मामले दर्ज किये गये. बढ़ते कोविड को देखते हुए प्रशासन ने शेनझेन शहर में रेस्तरां समेत अन्य जगहों पर भीड़ को 50 फीसदी तक सीमित कर दिया है. इलाके में बाहरी लोगों के आगमन, थिएटर, जिम समेत कई और चीजों को बंद करने का फैसला किया है.

कड़े प्रतिबंधों के खिलाफ प्रदर्शन तेज: चीन कोरोना की मार से बेहाल है उसपर कई इलाकों में कड़े प्रतिबंध लगे हुए हैं. ऐसे में अब चीन के लोग उन प्रतिबंधों के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं. चीनी सोशल मीडिया और ट्विटर पर आयी वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि लोग शंघाई समेत कई स्थानों पर प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं, लोग सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (CPC) और राष्ट्रपति शी चिनफिंग के खिलाफ भी नारेबाजी कर रहे हैं.

कई जगहों पर विश्वविद्यालय के छात्र लॉकडाउन का विरोध कर रहे हैं. दिखाई दिए। इस बीच एक गुरुवार को लॉकडाउन के दौरान एक अपार्टमेंट में आग लग गई जिसमें झुलसकर 10 लोगों की मौत हो गई. इस घटना के बाद कई लोग सड़क पर उतर गये और लॉकडाउन हटाने की मांग करने लगे. हालांकि प्रशासन ने आंदोलनकारियों को दबाने के लिए मिर्ची स्प्रे का इस्तेमाल किया. साथ ही कई लोगों को गिरफ्तार कर लिया.

प्रदर्शनकारियों ने शी जिनपिंग से की इस्तीफे की मांग: कोरोना के कारण लगी पाबंदियों से हलकान कॉलेज छात्र और आम लोगों ने शी चिनफिंग इस्तीफा दो, कम्युनिस्ट पार्टी सत्ता छोड़ो, शिनजियांग से प्रतिबंध हटाओ, चीन से प्रतिबंध हटाओ जैसे नारे भी लगाये. गौरतलब है कि इससे पहले शनिवार को शिनजियांग क्षेत्र के अधिकारियों ने लोगों के उग्र प्रदर्शन को देखते हुए उरुमकी में कुछ मोहल्लों से प्रतिबंध हटा दिया है.

Input: – Prabhat Khabar