सिर्फ 23 साल की उम्र में देश के लिए शहीद हो जाने वाले बिहार के ऋषि रंजन को श्रद्धांजलि देने में नीतीश कुमार से लेकर जेडीयू के तमाम दूसरे नेताओं की बेरूखी ने कई सवाल ख़ड़े कर दिये हैं. जम्मू-कश्मीर में शहीद हुए लेफ्टीनेंट ऋषि रंजन का पार्थिव शरीर जब रविवार की रात पटना एयरपोर्ट पर पहुंचा तो जेडीयू का कोई नेता श्रद्धांजलि देने नहीं पहुंचा. एयरपोर्ट से बमुश्किल दो किलोमीटर की दूरी पर सीएम आवास में नीतीश कुमार मौजूद थे लेकिन उन्हें भी बिहार के शहीद सपूत को श्रद्धांदलि देने की फुर्सत नहीं मिली.

वैसे शहीद ऋषि रंजन का पार्थिव शरीर जब पटना एयरपोर्ट पर पहुंचा तो बीजेपी के नेता और मंत्री जरूर मौजूद थे. रविवार की रात बिहार के डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी, बीजेपी कोटे से राज्य सरकार में मंत्री मंगल पांडेय और जीवेश मिश्रा एयरपोर्ट पर मौजूद थे. तमाम नेताओं ने शहीद के पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांदलि दी.वैसे राज्य सरकार के अधिकारियों की टीम वहां जरूर मौजूद थी. डीजीपी एसके सिंघल, गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद, डीएम डॉ.चंद्रशेखर सिंह, एसएसपी उपेन्द्र कुमार शर्मा सहित अन्य अधिकारियों ने एयरपोर्ट पर श्रद्धांजलि अर्पित की.

गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा के पास शनिवार को लैंडमाइंस ब्लास्ट में शहीद हुए बेगूसराय के लाल लेफ्टिनेंट ऋषि रंजन शहीद हो गये थे. शनिवार को राजौरी जिले के नौशेरा के लाम सेक्टर में कलाल एरिया पर सेना की गश्त के दौरान नियंत्रण रेखा के पास एक लैंडमाइंस विस्फोट हुआ था. इसमें एक लेफ्टिनेंट और चार जवान गंभीर रूप से घायल हो गए थे. लेफ्टिनेंट ऋषि रंजन की इलाज के दौरान मौत हो गई थी. ऋषि कुमार बेगूसराय जिला मुख्यालय के प्रोफेसर कॉलोनी निवासी राजीव रंजन के पुत्र थे, उन्होंने एक साल ही पहले सेना जॉइन की थी. ऋषि रंजन का परिवार मूलतः लखीसराय के पिपरिया के रहने वाले हैं. लेकिन वे काफी दिनो से बेगूसराय के जीडी कॉलेज के समीप पिपरा रोड में रहते हैं.

रविवार की रात सेना के विशेष विमान से शहीद का पार्थिव शरीर पटना एय़रपोर्ट पर स्टेट हैंगर में लाया गया. शहीद का पार्थिव शरीर पहुंचते ही सबकी आंखें डबडबा गईं. सेना के जवानों ने तिरंगे में लिपटे शहीद के शव को सलामी दी. उसके बाद सेवा के विशेष वाहन से उनके पार्थिव शरीर को बेगूसराय के पिपरा मोहल्ला के लिये भेजा गया. पटना एयरपोर्ट पर लेफ्टिनेंट ऋषि के बहनोई और गांव के कुछ ग्रामीण भी आये थे.