राष्ट्रीय युवा योजना के निदेशक व प्रसिद्ध गांधीवादी 96 वर्षीय डॉक्टर एस.एन. सुब्बा राव उर्फ भाईजी के निधन पर सीतामढ़ी में शोक का लहर दौड़ गई. कर्तव्य सेवा संघ के सचिव सुधीर मिश्र ने बताया की गांधी के रूप में देश व विदेशों में ख्याति प्राप्त युवाओं के प्रेरणा स्रोत प्रसिद्ध गांधीवादी डॉक्टर एसएन सुबाराव जी का ईलाज जयपुर के सवामण सिंह अस्तपताल में ईलाज चल रहा था ।

बताते चले कि सीतामढ़ी स्थित श्री राधा कृष्ण गोयनका कॉलेज में वर्ष 2015 में कर्तव्य सेवा संघ द्वारा राष्ट्रीय एकता शिविर का आयोजन कराया गया था जहां 24 राज्यो से तकरीबन 350 युवक-युवतियों ने शिरकत कर एकता व सद्भावना का पाठ पढ़ें। प्रसिद्ध गांधीवादी स्व. राव का सामाजिक जीवन भारत छोड़ो आंदोलन से शुरू हुआ।

उन्होंने सीतामढ़ी में आयोजित कार्यक्रम के दौरान बताया की भारत टूटा पर मतलब भर्ती नहीं टूटी बल्कि कुछ लोगों का दिल टूटा. दिल्ली में चार-पांच घटना घटी एक छात्र को इसलिए मार दिया गया क्योंकि वह मणिपुरी था, उसका चेहरा अलग था, भारत टूटने की प्रस्तुति बन गई है. हमारे आंखों के सामने सोवियत संघ का सोलह टुकरा इसलिए हो गया क्योंकि अलग-अलग 16 भाषा के लोग थे.

कई देशों को भाषा के आधार पर टुकड़े होता देखा है। पाकिस्तान को इस्लामिक रिपब्लिकन पाकिस्तान बना दिया गया। पाकिस्तान व बांग्लादेश का धर्म एक ही था फिर भी भाषा को लेकर देश का टुकड़ा हो गया। दुनिया में भारत ही एक ऐसा देश है जिस देश में 1652 भाषा है। इतनी विविधता के बाद भी एक हैं। उन्होंने कहा था कि बंदूक से भारत की एकता कायम नहीं हो सकती है। पाकिस्तान ने बंदूक का इस्तेमाल किया।

उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी, विनोबा भावे व अन्य लोगों के आग्रह पर उन्होंने चंबल के डाकुओं को आत्मसमर्पण करवाया। इसी दौरान वहां चंबल में दूसरे गिरोह का डाकू भी आ गया और गोलियां चलने लगी कई मारे गए परंतु यह जिंदा कैसे हैं? इधर डॉक्टर एस एन सुब्बाराव के मौत का खबर सुनते ही रीगा के पूर्व विधायक अमित कुमार टुन्ना, समाजसेवी नागेन्द्र सिंह, संजय कुमार सिंह, विद्या भूषण मिश्र, आलोक झा, शाम्भव सत्यार्थ, सदन कुमार, वरिष्ठ पत्रकार सर्वधीर मिश्र समेत कई लोग शोक सम्बेदना व्यक्त किया है।.