झुंझुनूं जिले के खेतड़ी इलाके के चिरानी गांव (Chirani Village) में हुआ एक विवाह समारोह सोशल मीडिया में छाया हुआ है. यह विवाह था छह सगी बहनों का. सभी छह बहनों ने एक साथ फेरे लिये. शादी को लेकर परिजनों का उत्साह देखते ही बनता था. परिजनों ने फेरों से पहले बेटियों को दूल्हे की तरह सजाकर गांवभर में बिंदौरी निकाली. बेटियां भी इस मान सम्मान से इतनी खुश हुई कि सभी ने जमकर डांस किया और अपनी शादी को एंजॉय किया.

झुंझुनूं. बेटियां घर का मान होती हैं. उनका सम्मान बढ़ाना एक ऐसा कदम है जो उनको आगे बढ़ने लिये प्रोत्साहित करता है. राजस्थान के झुंझुनूं (Jhunjhunu) जिले के खेतड़ी तहसील के चिरानी गांव (Chirani Village) में एक परिवार ने भी अपनी छह बेटियों को अनूठा सम्मान दिया. ये सम्मान था शादी से पहले उनकी घोड़ी पर बैठाकर बिंदौरी निकालना. इन छह बहनों की शादी एक साथ हुई. बारात तीन गांवों से आई थी. स्कूल बस चलाने वाले रोहिताश्व के कुल सात बेटियां और एक बेटा है. इस शादी में बेटियों की बारात के लिये पूरा गांव जुट गया था.

झुंझुनूं के खेतड़ी के पास चिरानी गांव में एक ऐसा विवाह समारोह हुआ जिसमें एक साथ छह बहनों की शादी हुई है. यह शादी चर्चा का विषय बनी हुई है. रोहिताश्व ने अपनी सात में से छह बेटियों की एक साथ शादी की है. इन छहों बेटियों ने एक साथ ही फेरे लिए तो उनकी एक साथ ही घोड़ी पर बैठाकर बिंदौरी निकाली गई. इसमें ना केवल ये बेटियां, बल्कि उनकी बहन कृपा और भाई विकास गुर्जर ने भी जमकर डांस किया. इन बेटियों को ब्याहने के लिए तीन गांवों से बारात भी आई थी.

पूरे गांव ने की आवभगत इन बारातों की आवभगत में ना केवल यह परिवार बल्कि पूरा गांव ही लग गया. छह सगी बहनों की शादी एक साथ देखकर सभी को अचंभा भी हुआ तो लोग खुश भी हुए. विदाई हुई तो परिवार के लोग भावुक भी हो गए. क्योंकि पिता का आंगन छह बेटियों की ससुराल विदाई के बाद एक साथ ही सूना सूना हो गया.

मंगलवार रात को बिंदौरी निकाली गई फेरों से पहले पढ़ी लिखी इन 6 बेटियों की मंगलवार रात को बिंदौरी निकाली गई. छहों बेटियों ने पीले रंग की ड्रेस और लड़कों की तरह साफे सतरंगी साफे बांधे. पहले तो पूरे गांव में बिंदौरी निकाली गई. इसके बाद इन्होंने डीजे पर परिवार के साथ जमकर ठुमके लगाए. बहनों ने काले चश्मे में गांव की गलियों में भी मॉर्डन स्टाइल में डांस किया और अपनी शादी को जमकर एंजॉय किया.

पिता स्कूल बस चलाते हैं विकास गुर्जर ने बताया कि उनके पिता स्कूल बस चलाते हैं. लेकिन उन्होंने बेटियों को पढ़ाने में कभी कोई कमी नहीं छोड़ी. उसकी बहन मीना और सीमा ने एमए बीएड कर रखा है. वहीं अंजू और निक्की एमएम पास है. जबकि योगिता और संगीता ने भी बीएससी कर रखा है. सबसे छोटी बहन कृपा है. उसकी अभी शादी नहीं हुई है. वह भी बीएससी कर चुकी है.

इन छह बहनों का इकलौता भाई विकास भी स्काउट्स में राष्ट्रपति अवार्ड प्राप्त कर चुका है. इसके अलावा वह समय-समय ना केवल सामाजिक कार्यों में भागीदारी निभाता रहता है बल्कि कई गानों के एलबम में भी काम कर चुका है. कोरोना के वक्त भी अपने भाई विकास गुर्जर के नेतृत्व में इनकी बहनों और परिवार ने घर पर मास्क बनाकर लॉकडाउन के समय खूब वितरित किए थे.