छोटी ग्वालटोली में एक 9 साल की बच्ची अपने 1 साल के भाई को लेकर रास्त भटक गई थी। 5 घंटे की मशक्कत के बाद पुलिस ने उसे अपने परिवार से मिला दिया। बताया जाता है कि वह अपने माता-पिता से बिछड़कर बस में बैठकर बस स्टैंड तरफ आ गई थी।

बस स्टैंड के आसपास 9 साल की बच्ची सड़क पर भटक रही। उसकी गोद में 1 साल का बच्चा था। लोगों ने देखा तो पुलिस को जानकारी दी। पुलिस के ग्रुप पर फोटो वायरल हुए। तुकोगंज थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक मालती कोदिया ने अधिकारियों को बताया कि बच्चों को उसने मालवीय पेट्रोल पंप के आसपास देखा था।

मालती ने थाने पहुंचकर बच्ची से बात की। उसने अपना नाम और माता-पिता के नाम बताए। वह केवल इतना बता पाई की पिंक सिटी की एक गली में वह रहती है। लसूडिया और आजाद नगर इलाके में इस नाम से कॉलोनी है। डायल 100 टीम के साथ मालती और छोटी ग्वालटोली थाने की महिला सिपाही ज्योति शर्मा दोनों बच्चों को लेकर निकले। पिंक सिटी में तलाश की लेकिन बच्चों का कुछ पता नहीं चला। पिंक सिटी के पीछे एक निर्माणाधीन कॉलोनी बन रही है। यहां पर बच्चों को ले गए तो घर में परिवार के लोगों ने उन्होंने बताया कि यह उनके बच्चे हैं।

इस निर्माणाधीन घर में बच्चों का पिता चौकीदारी करता है।। पिता ने बताया कि मालवीय नगर पेट्रोल पंप के पीछे उसकी पत्नी चौकीदारी करती है। सोमवार शाम को वह दोनों बच्चों को वहीं छोड़ आया था। काम खत्म होने के बाद पत्नी बच्चों को वही छोड़कर घर आ गई थी। उसे नहीं पता था कि दोनों बच्चे वहां पर हैं। पिता ने जब दोनों बच्चों को नहीं देखा तो पत्नी से उनके बारे में पूछा। बाद में दोनों मालवीय नगर पेट्रोल पंप के पीछे पहुंचे और काफी तलाश की लेकिन बच्चे नहीं मिले। मां के संपर्क में नहीं आने पर बच्ची वहीे भटक रही थी। एक बस में बैठकर वह छोटी ग्वालटोली आ गई थी। इसके बाद वह इस इलाके में भटक रही थी। बच्ची काफी छोटी थी तो उसे कुछ समझ में भी नहीं आ रहा था। अपने दोनों बच्चों को पाकर मां-बाप बहुत खुश हुए और उन्होंने इंदौर पुलिस की पूरी टीम को बहुत-बहुत धन्यवाद दिया।