बिहार सरकार के शिक्षा विभाग की ओर से सोमवार को स्कूलों की छुट्टी को लेकर जारी किए गए कैलेंडर पर विवाद बढ़ने पर विभाग की ओर से मंगलवार को एक और कैलेंडर जारी किया है. इसमें पूर्व में रद्द की गई छुट्टी को निरस्त कर उसे पहले की तरह ही यथावत रखा गया है. मतलब अब स्कूली शिक्षकों को जैसे पहले पर्व त्यौहारों में अवकाश मिला करता था वह मिलता रहेगा.

ये छुट्टियां रद्द हुई थी

महाशिवरात्रि, श्रीकृष्ण जन्माष्टमी, रक्षा बंधन, रामनवमी, जानकी नवमी, मई दिवस, गांधी जयंती, गुरुनानक जयंती, हरितालिका तीज, जीवित पुत्रिका व्रत, अनंत चतुर्दशी, श्रीकृष्ण सिंह जयंती, सम्राट अशोक जयंती, रमजान का अंतिम जुमा और चित्रगुप्त पूजा पर छुट्टी नहीं होगी.

लेकिन शिक्षा विभाग की ओर से इसे अब बहाल कर दिया गया है. बताते चलें कि शिक्षा विभाग ने सोमवार को राज्य के सभी सरकारी प्रारंभिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूलों / मकतबों के लिए कैलेंडर वर्ष 2024 के लिए अवकाश घोषित कर दिये थे.

ग्रीष्मावकाश सहित कुल 60 दिन की छुट्टियां घोषित की गयी थी. सोमवार को इस संदर्भ में माध्यमिक शिक्षा निदेशक कन्हैया प्रसाद श्रीवास्तव ने अधिसूचना भी जारी कर दिया था. शिक्षा विभाग द्वारा जारी अवकाश तालिका में महाशिवरात्रि, श्रीकृष्ण जन्माष्टमी, रक्षा बंधन, हरितालिका तीज और रमजान के अंतिम जुमे सहित कई छुट्टियों को बाहर कर दिया गया है.

लेकिन, मंगलवार को जारी की गई नई कैलेंडर में इन सभी छुट्टी को बहाल रखा गया है. सोमवार को 2023 में कुल अवकाशों की संख्या 30 थी, जबकि अगले साल 2024 में अवकाशों की संख्या 22 है. शिक्षा विभाग की मंशा है कि प्रत्येक साल प्रारंभिक विद्यालयों में कम से कम 220 दिन का अध्यापन हो.

पिछले साल के वार्षिक अवकाश कैलेंडर से तुलना करें, तो पिछली बार भी 60 दिन की छुट्टियां थीं. विशेष अवकाश निरस्त करने के बाद इस बार भी उतनी ही हैं. पिछले साल ग्रीष्मावकाश 20 दिनों का था. वर्ष 2024 में यह 30 दिनों का होगा. गर्मी की छुट्टी सिर्फ छात्रों के लिए होगी.

इस अवधि में शिक्षकों को स्कूल आना होगा. ईद और बकरीद के अवकाश में इजाफा हुआ है. इसके बाद प्रदेश में सियासी तापमान बढ़ गया. कहा जा रहा है कि विवाद बढ़ने पर सरकार ने एक नया कलैंडर जारी करते हुए पूर्व में रद्द की गई सभी छुट्टियों को बहाल कर दिया है.

INPUT : PRABHAT KHABAR