बिहार के रोहतास जिले में हाल में ही लोहे का 60 फुट लंबा और 500 टन वजनी पुल चोरी हो गया था. आरोप है कि अमियावर में सोन नहर से इस पुल को सिंचाई विभाग के एसडीओ राधेश्याम सिंह और राजद के प्रखंड अध्यक्ष शिव कल्याण भारद्वाज ने विभाग के कर्मचारी अरविंद कुमार की मदद से बेच डाला था. हालांकि, इस मामले में 8 लोगों पर उनपर कानूनी कार्रवाई की जा रही है. अब इसी तरह का मामला पश्चिमी चम्पारण के बगहा से सामने आया है जहां विद्युत सामग्रियों की चोरी करने वाले एक गिरोह का पुलिस ने खुलासा किया है. इस गिरोह ने इंडो-नेपाल बॉर्डर पर 11 केवी की तार की चोरी कर ली थी.

बताया जा रहा है कि चोरी के बाद जैसे ही चोरों की मंडली इसे लेकर वहां से बगहा की तरफ निकलने लगी तो पुलिस को शक हुआ. जिसके बाद चार लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. विद्युत विभाग के अनुसार ट्रक पर करोड़ों रुपए का कर ले जाया जा रहा था. बगहा के सहायक विद्युत अभियंता मनोज साह ने वाल्मीकिनगर थाने में आवेदन देकर सरकारी सम्पत्ति की चोरी, सरकारी कार्य में बाधा एवं सरकारी कर्मी के साथ दुर्व्यवहार के साथ-साथ सरकारी समान की चोरी की प्राथमिकी दर्ज कराई.

आवेदन के मुताबिक दिनांक 16 अप्रैल को समय 9.30 बजे रात में विभागीय मानव बल लाल बाबू प्रसाद एवं मो. हातीम मियां के क्षेत्र भ्रमण के दौरान टंकी बाजार वाल्मीकिनगर के पास ट्रक पर 11KV XLPE केबल लाद कर ले जाते हुए देखा गया. जिसपर शक होने के बाद ट्रक को रोककर ड्राइवर से पूछताछ की गई . जिसमें इनके साथ एक क्रेन (हाइड्रा) के साथ चालक सहित तीन आदमी और है, इसका पता चला.