सीतामढ़ी पुलिस ने शहर के शांतिनगर चौक के पास एक जालसाज को गिरफ्तार किया। उसकी करतूत देख पुलिस पदाधिकारी भी हैरान हो गए। पुलिस के अनुसार, युवक ने नौ-नौ हजार रुपये के नेपाली और भारतीय जाली नोटों की गड्डी के बीच में उसी साइज का सादा कागज लगाकर उसे 18 लाख रुपये बनाने की तरकीब निकाली थी।

इसी बीच गिरफ्तार कर लिया गया। वह रीगा इमली बाजार का निवासी ललित कुमार बताया गया। मेहसौल ओपी प्रभारी गौरी शंकर बैठा ने बताया कि पूछताछ में संतोषजनक जवाब नहीं दिया। उसका मकसद सादा कागज का बंडल बनाकर उसके ऊपर जाली नोट लगाकर लोगों से ठगी करना था।

उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। उसके बैग में छिपाकर रखे सादे कागज के दो बड़े बंडल थे। एक में 500 रुपये के आकार वाले नौ बंडल थे। दोनों तरफ भारतीय 500 रुपये के ऊपर वाले भाग को प्रिंट कर जाली रुपये तैयार किए गए थे। जो देखने में 500 रुपये के भारतीय नोट की गड्डी जैसी थी।

वहीं नेपाली 500 रुपये के आकार वाले नौ बंडल थे। उसके दोनों तरफ नेपाली 500 रुपये का प्रिंट और जाली रुपये का कागज लगा था। वह भी नेपाली रुपये जैसी गड्डी थी ओपी प्रभारी ने बताया कि बुधवार की सुबह आठ बजे गश्ती के दौरान सशस्त्र बल के सिपाही ओम प्रकाश, अमरजीत कुमार के साथ शांतिनगर चौक पर थे।

तभी पैंथर मोबाइल के सिपाही नंद कुमार ने सूचना दी कि नाहर चौक से उत्तर जाने वाली सड़क पर करीब सौ मीटर की दूरी में एक युवक काले रंग के बैग के साथ पकड़ा गया है। बैग में सादा कागज के दो बड़े बंडल थे। ऊपर से एक में भारतीय 500 रुपये और दूसरे में नेपाली 500 रुपये का प्रिंट है। सफेद पन्नी से बंडलों को पैक किया गया था।