सीतामढ़ी शहर स्थित जानकी मंदिर के गेट पर फ्लैक्स बैनर लगाकर रजनीगंधा (Rajnigandha) को छठ (Chhath) की शुभकामना देना लोगों को अच्छा नहीं लगा। बैनर लगने के कुछ ही देर बाद स्थानीय लोगों ने विरोध करना शुरू कर दिया।

बीजेपी के कई कार्यकर्ताओं ने सोशल मीडिया पर इसका फ़ोटो डालकर विरोध जताया। भाजपा के कार्यकर्ता उमेश गिरी ने लिखा कि “लोक आस्था के महान छठ पर्व पर जगत जननी मां जानकी के मुख्य द्वार पर रजनीगंधा गुटखा का द्वार गेट बनाकर खुलेआम प्रचार प्रसार किया जा रहा है। धार्मिक स्थल पर इस तरह का प्रचार नहीं होना चाहिए। मंदिर के माननीय महंत जी एवं मंदिर प्रबंधक से निवेदन है कि हटाया जाए”

एक और कार्यकर्ता प्रिंस तिवारी ने लिखा कि “लोक आस्था के महान छठ पर्व पर जगत जननी मां जानकी के मुख्य द्वार पर रजनीगंधा गुटखा का तोरण द्धार गेट बनाकर खुलेआम प्रचार प्रसार किया जा रहा है। धार्मिक स्थल पर इस तरह का प्रचार नहीं होना चाहिए। मंदिर के माननीय महंत जी एवं मंदिर प्रबंधक से निवेदन है कि हटाया जाए।”

विरोध के अगले दिन यानी शनिवार की सुबह में इसे हटा दिया गया। बैनर हटाने के बाद गोपाल कुमार नामक एक कार्यकर्ता ने लिखा कि “बिना तुलसी के रजनीगंधा का कोई उपाय नहीं है। जय जानकी जी।”

बता दें, बिहार में स्वास्थ्य विभाग ने तंबाकू से निर्मित होने वाले सभी प्रकार के गुटखा और पान मसाले के उत्पादन, भंडारण, परिवहन, बिक्री और प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगा रखा है। फरवरी 2022 में तंबाकू से बनने वाले पान मसाला और गुटखा पर प्रतिबंध पूरे एक वर्ष के लिए लगाया गया है। इसकी बिक्री बाजार में खुलेआम, धड़ल्ले से हो रही है।

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