सीतामढ़ी जिले से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है, जहां एक मृत नवजात अंतिम यात्रा के दौरान अर्थी से उठ गया। इस घटना के बाद जिले के स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है।

वहीं, नवजात के परिजनों का गुस्सा इतना फूट उठा कि उन्होंने डुमरा पीएचसी के डॉक्टर्स पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए खूब हंगामा किया. सीतामढ़ी के डुमरा प्रखंड के भिषा गांव के रहने वाले अमित कुमार की पत्नी सरस्वती देवी को प्रसव के लिए डुमरा पीएचसी में भर्ती कराया था। देर शाम तकरीबन 6 बजे सरस्वती देवी ने एक बच्चे को जन्म दिया।

परिजनों का आरोप है की डॉक्टर्स ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया। जब बच्चे का दाह संस्कार करने के लिए ले जाया जा रहा था तो बच्चे की सांस चल रही थी, जिसके बाद बच्चे को आनन-फानन में शहर के निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया। तकरीबन एक घंटे के इलाज के बाद बच्चे ने दम तोड़ दिया।

परिजनों का कहना है कि अगर समय रहते बच्चे को बेहतर इलाज की सुविधा उपलब्ध कराई गई होती और डॉक्टर्स ने लापरवाही नहीं बरती होती तो उसकी जान बच सकती थी। इधर दूसरी ओर परिजनों के आक्रोश को देखते हुए अस्पताल में पुलिस को बुला लिया गया।

Input : First Bihar.