बिहार में शराबबंदी है. लेकिन, इसके बावजूद भी सूबे में धड़ल्ले से शराब की बिक्री जारी है. वहीं शराबबंदी के बाद से बिहार में नकली और जहरीली शराब का धंधा भी खूब फल-फूल रहा है. जहरीली और नकली शराब के सेवन से लोगों की जान जा रही हैं. वहीं सड़क हादसों में वृद्धि देखने को मिल रही है. दरअसल बीते दिनों सराय के देशरी में जहरीली शराब के नशे में आठ लोगों को ट्रक से कुचलने वाले ड्राइवर के खुलासे के बाद वैशाली पुलिस हरकत में आई है जिसके तहत शराब कारोबार के खिलाफ ताबड़तोड़ छापेमारी की जा रही है. इसी कड़ी में पुलिस ने पोल बनाने की बन्द पड़ी फैक्ट्री में शराब फैक्ट्री का उद्भेदन किया है.

सराय थाना और एसडीपीओ सदर की टीम ने देर रात थाना क्षेत्र के शितल भकुरहर गांव में एक बंद परे पोल फैक्ट्री में छापेमारी कर अंग्रेजी शराब फैक्ट्री का उद्भेदन किया है. पुलिस ने छापेमारी कर शराब के साथ भारी मात्रा में प्लास्टिक का बोतल और ब्रांडेड कंपनियों के रैपर को भी बरामद किया है. बताया जा रहा है कि यहां बिजली का पोल बनाने की बंद पड़ी फैक्ट्री में धड़ल्ले से नकली शराब बनाने का खेल चल रहा था. पुलिस ने यहां से शराब, खाली बोतलें व पंचिंग मशीन बरामद किया है.

इस संबंध में एसडीपीओ सदर ने बताया कि गुप्त सुचना मिली की उक्त बंद फैक्ट्री में कुछ असमाजिक लोगों का जमावड़ा है. सूचना मिलते ही सत्यापित करने के लिए पुलिस जैसे ही फैक्ट्री में पहुंची तो वहां कोई नहीं था. इस दौरान एक कमरे की तलाशी ली गयी तो कमरे से शराब के साथ-साथ भारी मात्रा में प्लास्टिक के बोतल और रैपर भी बरामद किए गए हैं.

शराब की बोतल, पंचिंग मशीन और विभिन्न ब्रांड का रैपर बरामद

बता दें, इस मामले में जांच पड़ताल कर आगे की कार्रवाई की जा रही है. मिली जानकारी के अनुसार करीब छह वर्ष पूर्व पोल फैक्ट्री शुरू हुआ था लेकिन पिछले दो तीन वर्षों से बंद पड़ा है, जहां से 370 बोतल विदेशी शराब, 1057 खाली शराब की बोतल, पंचिंग मशीन और विभिन्न ब्रांड का रैपर बरामद हुआ है. पुलिस अब यह पता लगाने में जुट गई है कि शराब के इस अवैध कारोबार को कौन संचालित कर रहा था.

Input: – News 18