पुरुषोत्तम भगत, फारबिसगंज (अररिया): आंचलिक कथाकार फणीश्वर नाथ रेणु की धरती पर अवस्थित फारबिसगंज प्रखंड से पूर्णिया तक की सफर कराने वाला ऐतिहासिक पलटनिया पुल के लोहे की चोरी हो रही है।

अज्ञात चोर टुकड़े-टुकड़े करके पुल के लोहे की चोरी कर रहे हैं और संबंधित विभाग सोया हुआ है। पुल की ऐतिहासिक खास बात यह है कि इस पुल का जिक्र आंचलिक साहित्यकार फणीश्वर नाथ रेणु ने अपने उपन्यास ‘मारे गए गुलफाम’ में भी किया है। उनके उपन्यास पर बनी फिल्म तीसरी कसम में इसी पुल का सीन दर्शाया गया है।

जिसमें हीराबाई का किरदार निभा रही अभिनेत्री वहीदा रहमान को दिवगंत अभिनेता राज कपूर हीरामन की भूमिका में अपनी बैलगाड़ी (टप्पर गाड़ी) से गढ़बनेली के मेला में ले जाते हुए नजर आते हैं। लेकिन विडंबना है कि इस ऐतिहासिक पुल के लोहे की चोरी हो रही है। वर्तमान स्थिति यह है कि यह पुल कभी भी ध्वस्त हो सकता है जिससे कई गावों व कई सड़क का संपर्क भंग हो सकता है।

कई पंचायतों और गांवों जोड़ता है ऐतिहासिक पलटनिया पुल

फारबिसगंज अररिया मुख्य मार्ग एनएच 27 से सटा 10 नंबर सड़क पर अवस्थित यह पलटनिया पुल प्रखंड के कई गांवों व सड़क को आपस में भी जोड़ता है। हरिपुर, परवाहा, सैफगंज, मिर्जापुर, बसगड़ा रामपुर, झिरुआ पछियारी सहित अन्य कई पंचायतों के लोग इसी पुल से होकर पूर्णिया व कुर्सेला तक सफर करते है। लेकिन पुल की लोहे की चोरी मामले में ना तो संबंधित विभाग कोई रुचि रखती है और ना ही स्थानीय प्रशासन इस संदर्भ में कोई कारवाई कर रही है। प्रशासनिक नजरअंदाज के कारण ऐतिहासिक धरोहर पुल कभी भी ध्वस्त होकर अपने अस्तित्व को खो सकता है।

-आंचलिक साहित्यकार फणीश्वर नाथ रेणु के मारे गए गुलफाम, उपन्यास में जिक्र है पुल का।
– उपन्यास पर आधारित फिल्म तीसरी कसम में हीरा बाई को इसी पुल से ले गया था हीरामन
– प्रखंड के कई पंचायत व सड़क को जोड़ता है लोहे का बना पलटनिया पुल।

क्या बोले रेणु के पुत्र पदम पराग राय वेणु

आंचलिक कथाकार फणीश्वर नाथ रेणु के पुत्र पूर्व विधायक सह जदयू के प्रदेश उपाध्यक्ष पदम पराग राय वेणु ने कहा कि यह पुल एक सुनहरे इतिहास की धरोहर है। जब वह फारबिसगंज के विधायक थे तो 2013 में उन्हें इसके एंगिल की चोरी होने की सूचना स्थानीय लोगों द्वारा दी गई थी।

जिसके बाद उन्होंने तत्कालीन एसडीएम व अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को इसकी सूचना देते हुए मौके पर जाकर निरीक्षण कर उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया था। उन्होंने अनुशंसा आरसीसी पुल के लिए तत्कालीन समय में किया था। लेकिन उसके बाद किसी ने गंभीरतापूर्वक इसे नहीं लिया।

जिसका दुष्परिणाम आज सबके सामने है। वह सरकार को एक बार फिर इस ऐतिहासिक धरोहर का पुनर्निर्माण के लिए आग्रह करेंगे। तत्काल इसकी सूचना उन्होंने फारबिसगंज एसडीओ सुरेन्द्र कुमार अलबेला को देकर उचित कार्रवाई के लिए कहा है।

INPUT : JAGRAN