बिहार में सरकारी अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे हैं, आए दिन इस तरह के मामले सामने भी आ रहे हैं। सरकार और निगरानी भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई भी कर रहे हैं बावजूद इसके सुशासन के सीपाही अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे हैं। ताजा मामला सुपौल से सामने आया है, जहां एक बीडीओ खुलेआम योजना के नाम पर रिश्वत लेती नजर आ रही है। पूरा मामला त्रिवेणीगंज प्रखंड का है।

दरअसल, त्रिवेणीगंज की प्रखंड विकास पदाधिकारी आशा कुमारी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें वे योजना के नाम पर 20 हजार रुपए रिश्वत लेते नजर आ रही हैं। इस वीडियो के वायरल होने के बाद सुपौल के प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया है। करीब 2 मिनट 45 सेकेंड के इस वायरल वीडियो में प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं मुखिया के बीच घूस की रकम बढ़ाने को लेकर नोक-झोंक हो रही है। हालांकि फर्स्ट बिहार झारखंड इस वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है।

इस वायरल वीडियो में बीडीओ और मुखिया के बीच लेनदेन की हो रही बात को स्पष्ट रूप से सुना जा सकता है। इस वीडियो में त्रिवेणीगंज की बीडीओ आशा कुमारी गुडिया पंचायत के पूर्व मुखिया पति शिवनारायण यादव से सात निश्चय योजना के तहत भुगतान होनेवाली 10 लाख रुपए की राशि के एवज में 25 हजार रुपए की मांग कर रही हैं। जबकि मुखिया पति मामला 20 हजार रुपए पर सेट करने की बात पर अड़ा है। इस दौरान मुखिया सीसीटीवी को बंद करने की बात कहता है जिस पर बीडीओ आशा कुमारी कहती हैं कि सीसीटीवी का तार कटा हुआ है, बस लोगों को डराने के लिए सीसीटीवी लगाए हैं।