बिहार में तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामलों ने आम लोगों के साथ-साथ राजनेताओं को भी परेशानी में डाल दिया है. राज्य में कोरोना मरीजों की संख्या में लगातार हो रही वृद्धि को देखते हुए एक ओर जहां जनता दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम और समाज सुधार अभियान को फिलहाल स्थगित कर दिया है. वहीं, बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी आरजेडी की बेरोजगारी हटाओ यात्रा को फिलहाल टाल दिया है.

इसके साथ ही अब सवाल यह भी उठने लगा है कि कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए तेजस्वी यादव अपनी पत्नी राजश्री के साथ हनीमून पर विदेश जा पाएंगे या नहीं. दरअसल, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव शादी के बाद हनीमून के लिए विदेश जाने वाले हैं. हालांकि, उनका पासपोर्ट ईडी (ED) के पास जमा था, लेकिन मांगने के बाद प्रवर्तन निदेशालय ने उनका पासपोर्ट वापस कर दिया है.

बताया जा रहा है कि आरजेडी नेता तेजस्वी यादव का पासपोर्ट रिन्यूअल होना है. इसी के मद्देनजर तेजस्वी यादव ने अपना पासपोर्ट पटना पासपोर्ट कार्यालय में जमा किया है और यह आज मिलना था. वहीं, अब पासपोर्ट की समस्या खत्म हुई तो अब कोरोना के बढ़ते खतरे के कारण तेजस्वी और उनकी पत्नी के विदेश जाने की संभावना पर सवाल उठने लगे है.

इधर, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बेरोजगारी हटाओ यात्रा को फिलहाल टाल दिया है. बिहार में कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर आरजेडी ने यह निर्णय लिया है. हालांकि, इसकी औपचारिक घोषणा अब तक नहीं की गयी है. इससे पहले राजद ने घोषणा की थी कि खरमास के खत्म होने के बाद 15 जनवरी के बाद वे अपनी यात्रा शुरू करेंगें.

राबड़ी आवास पर बुधवार को इस यात्रा को लेकर बैठक हुई. इसमें नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह व प्रधान महासचिव आलोक मेहता सहित राजद के कई विधायक भी शामिल हुए. सूत्रों के मुताबिक, सभी ने फिलहाल यात्रा टालने का सुझाव दिया. आरजेडी की सूत्रों की मानें तो अब यह यात्रा फरवरी के आखिरी सप्ताह या फरवरी के बाद हो सकती है. हालांकि, तेजस्‍वी यादव ही तय करेंगे की इस यात्रा की शुरुआत कब की जायेगी.

पार्टी नेताओं का कहना है कि बेरोजगारी हटाओ यात्रा को लेकर तैयारियां अंतिम चरण में थी. उल्लेखनीय है कि यात्रा के लिए राजद ने विशेष रथ भी तैयार कर लिया था. रथ राबड़ी आवास भी पहुंच गया है, लेकिन अब एक बार फिर से यह यात्रा स्थगित हो गई है. राज्य की एनडीए सरकार को घेरने के मकसद से शुरू होने वाली यात्रा के स्थगित होने से तेजस्वी यादव का सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने का एक मौका हाथ से निकल गया लगता है.